IND vs AUS: अगले महीने यानि फरवरी 2023 में भारतीय क्रिकेट टीम को घर पर ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलनी है। 4 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 9 फरवरी से जाएगी, इसी कड़ी में भारतीय क्रिकेट बोर्ड की ओर से बीते शुक्रवार पहले 2 मुकाबलों के लिए टीम का ऐलान भी कर दिया गया है।
चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति ने 17 सदस्यों के दल का चयन किया है और अपने पिछले कार्यकाल की तरह एक बार फिर उनके कई फैसलों पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। इस लेख के जरिए हम आपको 3 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं जो टेस्ट टीम में चुने जाने के लायक नहीं थे।
1. केएल राहुल
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम केएल राहुल (KL Rahul) का है, भले ही वह मौजूदा समय में बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले तकनीकी रूप से सबसे सक्षम खिलाड़ी है। लेकिन वह अपने कौशल को प्रदर्शन में तब्दील नहीं कर पाए है। साथ ही सबसे लंबे फॉर्मेट में उनका हालिया फॉर्म भी कुछ खास नहीं रहा था।
टीम इंडिया ने अपनी आखिरी टेस्ट सीरीज बांग्लादेश के खिलाफ खेली थी। जिसमें केएल राहुल ने कप्तानी की थी, लेकिन वह बल्लेबाजी में बिल्कुल फ्लॉप हुए थे। पिछली 6 टेस्ट पारियों में उन्होंने क्रमश: 10, 12, 23, 22, 2 और 10 रन बनाए हैं। ऐसे में चयन समिति उनकी जगह अभिमन्यु ईश्वरण और यशस्वी जायसवाल को मौका दिया जा सकता थ जो लगातार घरेलू क्रिकेट में कहर बरपा रहे हैं।
2. सूर्यकुमार यादव
सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का नाम इस लिस्ट में देखकर आप लोगों को जरूर हैरत हो सकती है। टी20 फॉर्मेट के नंबर-1 बल्लेबाज सूर्य ने अपनी चमक से दुनिया के तमाम बल्लेबाजों को फीका किया हुआ है। लेकिन जैसे ही खेल का प्रारूप बड़ा हो जाता है सूर्य उतने प्रभावशाली नजर नहीं आते हैं।
उनके फर्स्ट क्लास आंकड़ों की बात करे तो सूर्य ने 79 मुकाबलों में 5549 रन बनाए हैं। मौजूदा समय में उनकी तुलना सीधे तौर पर सरफराज खान से की जाने लगी है। जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में कहर बरपाया हुआ है। उन्होंने 30 पारियों में 110 की अविश्वसनीय औसत के साथ 2436 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 301 रहा है।
3. जयदेव उनादकट
अनुभवी तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने हाल ही में बांग्लादेश दौरे पर टेस्ट सीरीज से 12 साल के लंबे अंतराल के बाद टीम इंडिया में वापसी की थी। उनकी अगुवाई में सौराष्ट्र ने साल 2020 में पहली बार रणजी ट्रॉफी पर कब्जा किया था। साथ ही वह लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए आ रहे हैं।
जिसके चलते बीसीसीआई ने उन्हें राष्ट्रीय टीम में मौका दिया गया है, हालांकि उनकी 31 साल की उम्र चयनकर्ताओं की दूरदर्शिता पर सवाल खड़े कर रही है। क्योंकि घरेलू क्रिकेट में मुकेश कुमार, चेतन साकारिया और उमरान मलिक जैसे तेज गेंदबाजों ने तबाही मचाई हुई है।