भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) दुनिया का सबसे पैसे और पॉवरफुल बोर्ड है. जिसके सामने ICC भी अपनी मनमानी करने से कतराता है. बीसीसीआई क्रिकेट की दुनिया में सफल है. जिसने अपने अथक प्रयासों से भारतीय क्रिकेट टीम में चार चांद लगा दिए हैं. आज के मॉर्डन युग में टीम इंडिया का विश्व भर में डंका बजता है. जिसका श्रेय बीसीसीआई को जाता है.
जिन्होंने पैसों का मुंह ना देखते हुए प्लेयर्स को वर्ल्ड क्लास की सुविधाएं दी. लेकिन, कुछ ऐसे फैसले और नियम बनाए हैं. जिनके चलते भविष्य में भारतीय क्रिकेट बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है. हम इस लेख में BCCI के 3 ऐसे फैसलों के बारे में आपको अवगत कराएंगे. जिसकी वजह से भारतीय क्रिकेट आने वाले दौर में बुरी तरह प्रभावित हो सकता है.
1. इंपैक्ट प्लेयर रूल
भारत में इन दिनों IPL 2024 के 17वां संस्करण खेला जा रहा है. जिसमें पहली बार इम्पैक्ट प्लेयर (Impact Player Rule) का प्रयोग किया जा रहा है. BCCI के इस नियम की जमकर आलोचना हो रही है. इम्पैक्ट प्लेयर के चलते ऑल राउंडर का करियर अधर में लटक गया है. उन्हें अपनी स्किल मैदान पर दिखाने मौका नहीं मिला पा रहा है.
रोहित शर्मा, अक्षर पटेल, ऋषभ पंत, डेविड मिलर और मोहम्मद सिराज जैसे बड़े खिलाड़ी खुलकर इस रूल का विरोध कर चुके हैं. इसके खिलाफ जहीर खान जैसे दिग्गज भी अपनी आवाज उठा चुके हैं. यह नियम बल्लेबाजों के मुफीद रहा है जबकि गेंदबाजों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. ये ऐसा नियम है जो भारत में क्रिकेट को बर्बाद करने में अहम भूमिका निभा सकता है.
2. IPL में मैचों की संख्या बढ़ाना
इंडियन प्रीमियर लीग हर लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी लीगों में से एक है. आईपीएल करीब दो से ढाई महीने तक खेला जाता है. जिसमें फिलहाल मैचों की संख्या 70 है. आने वाले सालों में इन मैचों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है. अब इसके नुकसान की बात करें तो फ्रेंचाइजी पूरे सीजन के लिए प्लेयर्स को बुक कर लेती है. वह किसी द्विपक्षीय सीरीज का हिस्सा नहीं बन पाते. इस दौरान थकान के साथ साथ इंजर्ड होने का खतरा भी बना रहता है.
ऐसे में कुछ भारतीय खिलाड़ी तो सिर्फ आईपीएल खेलकर रह जाते हैं. इंटरनेशनल मैचों को तवज्जो ही नहीं दे पाते. अब जिस तरह से रिपोर्ट्स आ रही है कि आगामी दिनों में मैचों की संख्या बढ़ाई जा सकती है, इससे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर असर पड़ेगा. यदि ऐसा हुआ तो भारतीय खिलाड़ियों का ही भविष्य खतरे में जा सकता है
3. BCCI ने घरेलू क्रिकेट में खत्म की टॉस की प्रक्रिया
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) टॉस प्रक्रिया के झंझट को खत्म करने के प्लान में हैं. इसकी शुरूआत आईपीएल या इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं बल्कि घरेलू क्रिकेट में की जा रही है. भारत में खेली जाने वाली सीके नायडू टॉफी में टॉस नहीं किया जाएगा. बीसीसीआई ने ऐसा प्रस्ताव रखा है.
मेहमान टीम का पूरा अधिकार होगा कि वह पहले बल्लेबाजी करे या गेंदबाजी. उनके लिए ऑप्शन खुला रहेगा. लेकिन, दूसरी ओर मेजबान टीम को नुकसान झेलना पड़ सकता है. क्योंकि टॉस हार जीत में बड़ा अंतर पैदा करता है. ऐसा कई मौकों पर देखा जा चुका है.
यह भी पढ़े: अनुष्का शर्मा के पति पर आया इस 49 साल की एक्ट्रेस का दिल, विराट कोहली के लिए कह डाली दिल की बात