शेन वॉटसन के बाद अब चेन्नई सुपर किंग्स के इन 3 खिलाड़ियों को भी ले लेना चाहिए संन्यास
Published - 02 Nov 2020, 08:00 PM

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चेन्नई सुपर किंग्स के स्टार क्रिकेटर शेन वॉटसन ने आज अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया, शेन वॉटसन इस सीजन के लिय चेन्नई के लिए उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। जिसके बाद उन्होंने निर्णय लिया की वह अब क्रिकेट नहीं खेलेंगे। शेन वॉटसन के बाद चेन्नई के कुछ और खिलाड़ी ऐसे है जो क्रिकेट को अलविदा कह सकते है। यह सभी खिलाड़ी भी इस सीजन काफी खराब प्रदर्शन किए।
केदार जाधव
चेन्नई सुपर किंग्स के क्रिकेटर केदार जाधव से इस साल काफी खराब प्रदर्शन किए, केदार जाधव के प्रदर्शन को देखते हुए लगता है अगले सीजन शायद कोई टीम उन पर भरोसा नहीं जता पाए। केदार जाधव की वजह से इस साल कुछ मैचों में चेन्नई को हार भी झेलनी पड़ी। केदार जाधव के प्रदर्शन पर नजर डाले तो उन्होंने इस सीजन 8 मैच खेले।
उन्होंने 62 रन बनाए, इन 62 रन को बनाने के लिए केदार ने कुल 66 गेंद खेली, इसका मतलब केदार का बल्लेबाजी औसत 93.93 का रहा। आईपीएल के नीलामी के दौरान जाधव को मोटी रकम देकर चेन्नई सुपर किंग्स ने टीम का हिस्सा बनाया। अगर चेन्नई सुपर किंग्स अगले साल केदार को रिलीज करती है तो शायद ही कोई टीम उन्हे अपने फ्रेंचाईजी का हिस्सा बनाए।
पीयूष चावला
आईपीएल के इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स ने पीयूष चावला को अपने फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाया था जब आईपीएल को हरभजन सिंह बीच में छोड़कर वापस स्वदेश लौट गए तो टीम को भरोसा था कि पीयूष चावला अच्छा प्रदर्शन करेंगे लेकिन वह टीम की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए और उन्होंने खराब प्रदर्शन किया।
अगर आईपीएल के इस सीजन पीयूष चावला के प्रदर्शन पर नजर डालें तो उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कुल 7 मैच खेले जिसमें उन्होंने छह बल्लेबाजों को आउट किया। इस दौरान उनकी गेंदबाजी इकोनवी भी उतनी अच्छी नहीं रही पियूष चावला ने इस सीजन 9.09 की इकॉनमी से रन खर्च किए।
इनके प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लगता है कि आगामी सीजन कोई टीम पर भरोसा नहीं देता है कि और यह अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह सकते हैं।
मुरली विजय
सुरेश रैना के अनुपस्थिति में चेन्नई सुपर किंग्स ने मुरली विजय को टीम की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया था, लेकिन मुरली विजय इस साल चेन्नई के लिए शानदार प्रदर्शन करने में असफल रहे। मुरली विजय को चेन्नई सुपर किंग्स में इस बार 3 मैच खेलने का मौका मिला।
उन्होंने 74.4 एक के स्ट्राइक रेट से 32 रन बनाए उनके बल्लेबाजी को देखते हुए ऐसा लगता है कि आगामी सीजन उन पर कोई टीम भरोसा शायद नहीं जाता है और मुरली विजय को अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहना पड़ सकता है।