Team India: हिंदी में एक मुहावरा है "अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना"। इसका मतलब है 'खुद को नुकसान पहुंचाना'। यह मुहावरा टीम इंडिया के दो खिलाड़ियों पर बिल्कुल सटीक बैठता है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इन दोनों खिलाड़ियों ने खुद ही टीम इंडिया में खेलने के दरवाजे बंद कर लिए हैं।
अगर दोनों ने बीसीसीआई की बात मान ली होती तो उम्मीद थी कि वे अब तक टीम में खेल रहे होते। साथ ही, वे अच्छा प्रदर्शन करके भारतीय टीम में अपने पैर जमा चुके होते। क्योंकि शुरुआत से ही वो अपना दावा ठोक चुके थे। आइए जानते हैं कौन है यह खिलाड़ी?
ईशान किशन
टीम इंडिया (Team India) के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन बेहद शानदार खिलाड़ी हैं। लेकिन वे फिलहाल भारतीय टीम से दूर हैं। इसकी वजह उनकी खुद की गलती है। दरअसल, दिसंबर 2023 में उन्होंने बीसीसीआई से ब्रेक मांगा था, जिसे बोर्ड ने मंजूर कर लिया।
लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में खेलकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को कहा। लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया और आईपीएल की तैयारी शुरू कर दी, जिसे बीसीसीआई ने गुस्से में केंद्रीय अनुबंध से हटा दिया। साथ ही वह निकट भविष्य में किसी भी चयनकर्ता की योजना का हिस्सा नहीं हैं।
पृथ्वी शॉ
ईशान किशन के अलावा पृथ्वी शॉ भी टीम इंडिया (Team India) की भविष्य की योजना का हिस्सा नहीं हैं। मालूम हो कि शॉ ने जब भारत के लिए डेब्यू किया था तो उन्होंने शतक लगाया था। उनकी बल्लेबाजी को देखकर हर कोई उन्हें सचिन सहवाग का मिक्सचर कहने लगा था। इतना ही नहीं फैंस उन्हें रोहित शर्मा का रिप्लेसमेंट भी कहने लगे थे। लेकिन उन्होंने खुद ही भारतीय टीम से अपने दरवाजे बंद कर लिए। दरअसल शॉ का नाम 2019 में डोपिंग टेस्ट में आया था।
उन्हें बीसीसीआई ने 8 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है। बोर्ड के मुताबिक पृथ्वी ने प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया था, जो आमतौर पर कफ सिरप में पाया जाता है। लेकिन इसके बाद उन्हें भारत में मौके मिले। 2021 में उनका चयन श्रीलंका सीरीज में हुआ। इसके बाद उन्हें दोबारा मौके नहीं मिले। फिर वह गलत वजह से खबरों में आए, जब उन पर एक क्लब में महिला से मारपीट करने का आरोप लगा। इसके बाद उनके लिए भारतीय टीम के दरवाजे बंद हो गए।
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