क्रिकेट जगत में छा गया मातम, रोहित-कोहली भी गम में डूबे, 2 दिग्गज खिलाड़ियों का हुआ अचानक निधन
Published - 16 Aug 2025, 03:03 PM | Updated - 16 Aug 2025, 03:30 PM

Table of Contents
Cricket: भारतीय टीम को एशिया कप 2025 के लिए जल्द ही रवाना होना है। इंग्लैंड दौरा खत्म होने के बाद भारतीय क्रिकेटर्स इन दिनों अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता रहे हैं। लेकिन इसी बीच, क्रिकेट जगत से हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, क्योंकि 24 घंटे के अंदर दो दिग्गज खिलाड़ियों ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। अब ये दिग्गज कौन हैं, आइए आपको बताते हैं...?
ये भी पढिए : एशिया कप से 20 दिन पहले इस भारतीय क्रिकेटर ने छोड़ी दुनिया, पूरी टीम इंडिया में अचानक पसरा मातम
Cricket जगत में पसरा मातम
दरअसल, क्रिकेट (Cricket) जगत से एक बुरी खबर आई है। ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहला विश्व कप जिताने वाले महान खिलाड़ी बॉब सिम्पसन (Bob Simpson Dies) का निधन हो गया है। उन्होंने 89 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। संन्यास के बाद, उन्होंने 41 साल की उम्र में क्रिकेट में वापसी की। उस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम उतनी मजबूत नहीं थी।
उस दौरान उन्होंने वर्ल्ड सीरीज़ क्रिकेट में टीम का नेतृत्व किया था। उन्होंने टीम के कोच और फिर राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में भी काम किया। सिम्पसन को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
बॉब सिम्पसन तिहरा शतक लगाने वाले पहले कप्तान
बॉब सिम्पसन ने 1968 में संन्यास की घोषणा की थी। हालाँकि, वह 1977 में 41 साल की उम्र में मैदान पर लौटे। सिम्पसन ने अपना पहला टेस्ट शतक 1964 में पूरा किया। उस समय उन्होंने 13 घंटे बल्लेबाजी की और अपना पहला तिहरा शतक लगाया। टेस्ट (Cricket) कप्तान के रूप में पहला तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड उनके नाम रहा।
सबसे कम उम्र के टेस्ट कप्तान होने का रिकॉर्ड लगभग 61 साल तक उनके नाम रहा। हालाँकि, 2025 में दक्षिण अफ्रीका के मुल्डर ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ कप्तानी करते हुए तिहरा शतक लगाया था।
बॉब ने भारतीय क्रिकेट में भी काम किया
बॉब सिम्पसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 62 टेस्ट और 2 वनडे मैच खेले हैं। इनमें उन्होंने 4869 रन बनाए हैं और 71 विकेट लिए हैं। सिम्पसन की कप्तानी में उन्होंने 39 में से 12 टेस्ट मैच जीते। सिम्पसन का भारत से भी खास रिश्ता है।
सिम्पसन ने 1990 के दशक में भारतीय क्रिकेट में भी काम किया है। वह टीम सलाहकार के तौर पर काम करते थे। 2000 के दशक में, वह राजस्थान क्रिकेट टीम के लिए रणजी सलाहकार के रूप में खेले। ऑस्ट्रेलिया के जुझारू कप्तान के निधन पर क्रिकेट(Cricket) जगत शोक में है।
निकोलस सलदान्हा का निधन
बॉब सिम्पसन से एक दिन पहले, पूर्व भारतीय क्रिकेटर (Cricket) निकोलस सलदान्हा का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया, जिससे खेल जगत शोक में डूब गया। हालाँकि उन्हें भारतीय टीम के लिए एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
लेकिन उन्होंने महाराष्ट्र के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया। महाराष्ट्र के पूर्व रणजी खिलाड़ी निकोलस सलदान्हा ने 83 वर्ष की आयु में पुणे में अंतिम सांस ली।
निकोलस सलदान्हा टीम इंडिया के लिए नहीं खेले
निकोलस (Cricket) का जन्म 23 जून, 1942 को नासिक में हुआ था। सलदान्हा एक दाएँ हाथ के बल्लेबाज और बाएँ हाथ के स्पिनर के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने महाराष्ट्र के लिए 57 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें 2,066 रन बनाए और 138 विकेट लिए। उनका सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 142 रन था, जबकि उनका बल्लेबाजी औसत 30.83 था। उन्होंने 76 पारियों में रन बनाए।
निकोलस सलदान्हा अपनी शानदार फील्डिंग के लिए मशहूर
मैदान पर अपनी चुस्त फील्डिंग(Cricket) के लिए मशहूर निकोलस सलदान्हा ने अपने करियर में 42 कैच लपके। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम एक शतक भी है। उन्होंने गेंदबाजी में छह बार पाँच या उससे ज़्यादा विकेट लिए हैं और उनका गेंदबाजी औसत 22.48 रहा है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक पारी में 41 रन देकर 6 विकेट लेना था। लेकिन वह दस विकेट के आंकड़े तक नहीं पहुँच पाए।
ये भी पढिए : एशिया कप 2025 के लिए टीम इंडिया का हो गया खुलासा, सूर्या बने कप्तान, तो शुभमन-तिलक समेत इन 15 खिलाड़ियों को मौका
ऑथर के बारे में

मैं निशांत कुमार, एक समर्पित क्रिकेट विशेषज्ञ, कंटेंट राइटर और पेशे से पत्रकार हूँ। पत्रकारिता का मे... रीड मोर