The story of Hardik Pandya who was made the vice-captain of Team India in the T20 World Cup 2024 has been full of struggle to become a cricketer

Hardik Pandya: जून में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो गया है. इस मेगा इवेंट के लिए रोहित शर्मा की अगुवाई में कुल 15 खिलाड़ियों को टीम इंडिया में जगह मिली है. वहीं उपकप्तान हार्दिक पंड्या को बनाया गया है. यह दूसरी बार है, जब पंड्या किसी आईसीसी इवेंट में भारत के लिए इस भूमिका में होंगे.

इससे पहले वह वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान थे. ऑलराउंडर खिलाड़ी के लिए सिर्फ ये ओहदा ही नहीं बल्कि टीम इंडिया में जगह बनाने का सफर इतना आसान नहीं था. यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा जैसे उनके पिता की तबीयत खराब होना और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. ऐसे में आइए आपको बताते हैं. भारत के उपकप्तान के संघर्ष की कहानी?

आर्थिक तंगी ने Hardik Pandya के जीवन में खड़े किये कई रोड़े

  • हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) का जन्म 11 अक्टूबर 1993 को सूरत, गुजरात में हुआ था. उनके पिता का नाम हिमांशु पंड्या है, उन्हें क्रिकेट का बहुत शौक था, इसलिए उन्होंने अपने दोनों बेटों क्रुणाल और हार्दिक को क्रिकेटर बनाया.
  • दोनों बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग देने के लिए पिता वडोदरा शिफ्ट हो गए. यहां उन्होंने किरण मोरे की एकेडमी में हार्दिक और उनके भाई क्रुणाल का दाखिला करवाया.
  • उनका परिवार वडोदरा जिले के गोरवा इलाके में किराए के मकान में रहता था. वडोदरा शिफ्ट होने के कारण पिता की नौकरी छूट गई.
  • फिर कुछ समय बाद उन पर आर्थिक संकट ने अपनी गहरी मार मारी, जिसके कारण हार्दिक का करियर शुरू होने से पहले ही खत्म होने की कगार पहुंच गया था.
  • परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. तभी पापा को दिल का दौरा पड़ा.

100-100 रुपये कमाने के लिए टेनिस बॉल टूर्नामेंट खेलते थे पांड्या

  • हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) और उनके भाई क्रुणाल को पैसों की कमी होने लगी. दोनों भाइयों के लिए एक रुपया भी बचाना मुश्किल हो गया था.
  • उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि उनके पास क्रिकेट किट खरीदने के भी पैसे नहीं थे.
  • ऐसे में हार्दिक और क्रुणाल ने ट्रक से यात्रा करते हुए गुजरात के अलग-अलग गांवों में टेनिस बॉल टूर्नामेंट खेलना शुरू किया, जहां उन्हें 100, 200 रुपये मिल जाते थे.
  • क्रिकेट के प्रति अपने जुनून के कारण हार्दिक केवल 9वीं कक्षा तक ही पढ़ पाए. धीरे-धीरे हार्दिक ने क्लब क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया, जहां उनका प्रदर्शन अच्छा रहा.
  • उन्होंने अकेले दम पर कई मैच जिताए. लेकिन कोच सनथ कुमार के मार्गदर्शन में आने के बाद हार्दिक की जिंदगी में बदलाव आया, जब उन्होंने तेज गेंदबाजी करना शुरू किया. इससे पहले वह लेग स्पिनर थे.

हार्दिक ने अपने प्रदर्शन से खींचा सबका ध्यान

  • सबसे पहले हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने वडोदा के लिए अंडर 16 विजय ट्रॉफी खेली, जहां उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा.
  • इसके चलते उन्हें अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी के लिए बड़ौदा टीम में जगह मिल गई. यहां उन्होंने अपने प्रदर्शन से तत्कालीन टीम के कप्तान विनीत वाडकर को प्रभावित किया.
  • इसके बाद तो हर घरेलू सीज़न में हार्दिक का प्रदर्शन और भी अच्छा होने लगा था. घरेलू सीज़न में अपने प्रदर्शन के कारण हार्दिक पर मुंबई इंडियंस की नज़रें टिकी थीं.
  • साल 2015 में मुंबई ने आईपीएल में हार्दिक को मात्र 10 लाख में खरीदा. ये उनके करियर को एक नया मोड़ देने वाला साल था.
  • पंड्या ने अपने सीजन में सभी को प्रभावित किया. उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया के चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा. अंततः उन्हें 2016 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए भारतीय टीम में चुना गया.

 ऑलराउंडर के तौर पर हार्दिक को मिली थी टीम में जगह

  • हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 मैच खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया. उस मैच में उन्होंने बल्लेबाजी तो नहीं की थी, लेकिन गेंदबाजी करते हुए 2 अहम विकेट जरूर लिए थे.
  • अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर उन्होंने भारतीय टीम में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के तौर पर अपनी जगह पक्की कर ली थी.
  • फिर साल 2022 उनके करियर का वो साल बन गया जब उन्हें उनके बेहतरीन प्रदर्शन का इनाम भारत की कप्तानी के रूप में मिला.
  • आईपीएल 2022 में शानदार प्रदर्शन और गुजरात टाइटंस जो आईपीएल में पहली बार आई थी.
  • उसी साल खिताब जीतने के बाद हार्दिक को भारत कि पहली बार आयरलैंड सीरीज में कमान मिली, जहां उन्होंने कप्तानी का परचम लहराया.

टीम इंडिया के भविष्य कप्तान के तौर पर भी देखे जा रहे हैं हार्दिक

  • हार्दिक रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में भारत की कमान संभाल चुके हैं. इस नए किरदार में वो सेलेक्टर्स को भी प्रभावित करने में सफल रहे हैं. इसलिए उन्हें आने वाले समय में टीम इंडिया के कप्तान के तौर पर भी देखा जा रहा है.
  • वनडे वर्ल्ड कप 2024 में उपकप्तान बने हार्दिक चोटिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने करीब पांच महीने बाद आईपीएल 2024 से वापसी की.
  • यहां उनका प्रदर्शन अब तक उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है. खराब फॉर्म के बावजूद चयनकर्ताओं और बीसीसीआई ने हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) पर भरोसा जताते हुए उन्हें टी20 वर्ल्ड कप टीम में जगह देते हुए उप-कप्तान बनाया है.
  • अगर उनके टी20 इंटरनेशनल की बात करें तो हार्दिक ने अब तक इंटरनेशनल टी20 क्रिकेट में भारत के लिए 92 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 25 से ज्यादा की औसत से 1,348 रन बनाए हैं. इसके अलावा उन्होंने 73 विकेट भी झटके हैं.

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