गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) जब से टीम इंडिया के मुख्य हेड कोच बने हैं. टीम इंडिया में भारी परिवर्तन देखने को मिला है. कई सीनियर खिलाड़ियों को छुट्टी कर दी गई है. जबकि कुछ का डेब्यू चौंकाने वाला है. वहीं हेड कोच के कार्यकाल में शानदार फॉर्म में चल रहा एक खिलाड़ी भारतीय टीम में वापसी के लिए तरस गया है. उस खिलाड़ी का गुस्सा घरेलू क्रिरेट में फूट पड़ा है. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए वापसी का दावा ठोक दिया हैं. आइए जानते हैं उस होनहार खिलाड़ी के बारे में...
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इस खिलाड़ी ने तूफानी पारी खेल दिया जवाब
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम इंडिया के कई सीनियर खिलाड़ी मैदान में उतरे हैं. भारतीय टीम में बापू के नाम से फेमस अक्षर पटेल (Axar Patel) भी गुजरात की और से इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया. उन्होंने कर्नाटका के खिलाफ जबरदस्त बल्लेबाजी का नमूना पेश की. इतना ही नहीं उन्होंने करीब 300 के स्ट्राइक रेट से रन कूटे और गेंदबाजों के लिए काल साबित हुए. अक्षर पटेल ने कर्नाटका के खिलाफ सिर्फ 20 गेंदे खेली और नाबाद 56 रन ठोक दिए.
उस दौरान उनके बल्ले से 2 चौके और 6 गगनचुंबी छक्के भी देखने को मिले. यूं तो टीम इंडिया के लिए भी उन्होंने कई शानदार पारियां खेली हैं और अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाया है लेकिन इसके बावजूद इन दिनों उन्हें गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) टीम इंडिया के स्क्वॉड में तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
गुजरात की जीत के हीरो बने अक्षर पटेल
गुजरात और कर्नाटका के बीच खेल गए मैच के जीत के हीरो अक्षर पटेल रहे. जिन्होंने सिर्फ 20 गेंदें खेली और नाबाद 56 रनों की अविश्वसीय पारी खेली. उनकी गेमचेंजर पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया और गुजरात ने इस मुकाबले को 48 रनों से जीत लिया. स्कोरकार्ड की बात करें तो निर्धारित 20 ओवर्स बैटिंग की. 5 विकेट के नुकसान पर 251 रनों का विशाल स्कोर बनाया. जिसके जबाव में कर्नाटका टीम 203 रनों पर ही सिमेट गई.
क्या Gautam Gambhir के राज में कटा पत्ता?
टीम इंडिया के स्टार ऑल राउंडर्स अक्षर पटेल इम समय भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के राज में BGT के लिए ऑल राउंडर के रूप में नीतीश कुमार रेड्डी को चुना गया. उन्हें पर्थ टेस्ट में डेब्यू का भी चांस मिला. वहीं टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले अक्षर पटेल को बाहर कर दिया गया है. टेस्ट में उन्हें बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ नहीं चुना गया. अब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से भी उनका नाम गायब है.
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या गंभीर के काल में अक्षर पटेल का टीम से पत्ता साफ हो गया है. क्या उन्हें अब भविष्य में मौके नहीं मिल पाएंगे. इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. आने वाले दिनों में तस्वीर खुद साफ हो जाएगी. भारत को अलगे साल कई बड़ी द्विपक्षीय और आईसीसी इवेंट खेलने हैं. जिसमें अक्षर पटेल को मौका मिल पाएगा.इस अभी सिर्फ इंतजार ही किया जा सकता है.