Test Cricket: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया बॉर्डर-गावस्कर सीरीज (BGT) का दूसरा टेस्ट टीम इंडिया के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के करियर का 100 वां टेस्ट था. टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) को क्रिकेट का सबसे बेहतरीन और महत्वपूर्ण फॉर्मेट माना जाता है.
ऐसे में 100 टेस्ट (Test Cricket) खेलना किसी भी खिलाड़ी के करियर के लिए एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि होती है. हर खिलाड़ी अपने 100 वें टेस्ट को यादगार बनाने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहता है. लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता. ऐसे कई उदाहरण हैं जब खिलाड़ियों ने अपने 100 वें टेस्ट को यादगार बनाते हुए शतक जड़े. लेकिन ऐसे भी कई उदाहरण हमारे सामने हैं जब अपने सौंवे टेस्ट में बल्लेबाजों को शून्य पर आउट होना पड़ा.
चेतेश्वर पुजारा के साथ भी यही हुआ. अपने 100 वें टेस्ट की दूसरी पारी में तो पुजारा ने नाबाद 31 रन बनाए और चौके के साथ भारत को जीत दिलाई लेकिन पहली पारी में वे शून्य पर आउट हो गए थे. इस आर्टिकल में हम ऐसे पांच धुरंधर बल्लेबाजों के बारे में आपको बताएंगे जो अपने 100 वें टेस्ट में डक पर आउट हो गए थे.
दिलीप वेंगसरकर
भारतीय टीम के शानदार बल्लेबाज और लॉर्डस के उस्ताद माने जाने वाले दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) भी अपने 100 वें टेस्ट में शून्य का शिकार हुए थे. वेंगसरकर ने 1988 में मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना 100 वां टेस्ट खेला था. उस टेस्ट की पहली पारी में तो वेंगसरकर ने 25 रन बनाए थे लेकिन दूसरी पारी में वे शून्य पर आउट हो गए थे. भारत वो मैच हार गई थी. वैसे वेंगसरकर ने अपने करियर में 116 टेस्ट खेले और 17 शतक लगाते हुए 6868 रन बनाए.
एलन बॉर्डर
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बॉर्डर (Allan Border) को महान बल्लेबाज माना जाता है. बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में बॉर्डर नाम उन्हीं से संबंधित है लेकिन 1991 में खेले वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले अपने 100 वें टेस्ट की दूसरी पारी में वे शून्य पर आउट हो गए थे और ऑस्ट्रेलिया को उस मैच में हार का सामना करना पड़ा था. बॉर्डर ने अपने करियर में 156 टेस्ट खेले और 27 शतक लगाते हुए 11,174 रन बनाए थे.
मार्क टेलर
ऑस्ट्रेलिया के मार्क टेलर (Mark Taylor) ने 1998 में गाबा में इंग्लैंड के खिलाफ अपना 100 वां टेस्ट खेला था. पहली पारी में तो टेलर ने 46 रन बनाए लेकिन दूसरी पारी में उन्हें शून्य पर आउट होना पड़ा. मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ था. मार्क टेलर ने अपने करियर में 104 टेस्ट खेले और 19 शतक जड़ते हुए 7525 रन बनाए.
स्टिफन फ्लेमिंग
स्टिफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) को न्यूजीलैंड का बेहतरीन बल्लेबाज और कप्तान माना जाता है. फ्लेमिंग ने 2006 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना 100 वां टेस्ट खेला था. ये साउथ अफ्रीका के दिग्गज ऑलराउंडर जैक कैलिस और पूर्व कप्तान शॉन पोलॉक का भी 100 वां टेस्ट था. न्यूजीलैंड वो मैच 128 रन से हारी थी. फ्लेमिंग ने उस मैच में पहली पारी में शून्य और दूसरी में 6 रन बनाए थे. फ्लेमिंग ने अपने करियर में 111 टेस्ट खेले और 9 शतक जड़ते हुए 7172 रन बनाए.
एलिस्टर कुक
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक (Alastair Cook) इंग्लैंड के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. कुक ने अपने करियर में 161 टेस्ट खेले और 33 शतक लगाते हुए 12472 रन बनाए लेकिन 2013 में एशेज में अपना 100 वां टेस्ट खेलते हुए कुक ने पहली पारी में तो 72 रन बनाए लेकिन दूसरी पारी में वे शून्य पर बोल्ड हो गए थे.