टीम इंडिया (Team India) में कई युवा खिलाड़ियों की एंट्री हुई हैं. जिन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी के दम पर इंडियन क्रिकेट टीम में स्थायी रूप से जगह बना ली है. हाल ही में सरफराज खान, ध्रुव जुरेल और आकाश दीप जैसे खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया.
लेकिन, एक खिलाड़ी ऐसा भी है. जिसने भारतीय में मौका मिलती अपनी बैटिंग से महफिल लूट ली थी. उस युवा खिलाड़ी की तुलना दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से भी होने लगी थी. लेकिन, आज वह खिलाड़ी टीम में वापसी के लिए दर-ब-दर की ठोकरे खा रहा है. भारतीय टीम में मौका नहीं मिलने पर जल्द इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कर सकता है.
18 साल उम्र में डेब्यू टेस्ट में ही ठोक दिया था शतक
टीम इंडिया (Team India) को एक से बढ़कर एक युवा खिलाड़ी मिले हैं. जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में कमाल की बैटिंग की और पहले मैच में शतक ठोक दिया. इस लिस्ट में टीम से बाहर चल रहे युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का नाम शामिल है. जिन्होंने 18 साल 329 दिन की उम्र में शतक ठोक दिया. शॉ ऐसा करने वाले भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहले बल्लेबाज भी बने. लेकिन. उसके बावजूद इस खिलाड़ी का किरयर ज्यादा लंबा नहीं चला सका.
Prithvi Shaw के नाम दर्ज है ये बड़ी कामयाबी
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) टीम इंडिया (Team India) के स्टाइलिश बल्लेबाजों में शुमार होते है. उनकी बैटिंग करने अंदाज काफी निराला है. जब वह बैटिंग के लिए आते हैं तो फैंस को मैदान पर चौके- छक्कों की बरसात देखने को मिलते हैं, आईपीएल में 6 चौके लगाने वाले बल्लेबाजों में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का नाम शामिल है. उन्होंने साल 2021 में केकेआर के खिलाफ यह करिश्मा किया.
वहीं टेस्ट में डेब्यू में शतक लगाने के अलावा लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे ज़्यादा दोहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों में शामिल शामिल होते हैं. जबकि साल 2023 में रणजी ट्रॉफी के पहले सेशन में 2 बार शतक बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है. वहीं 21 साल की उम्र में विजय हजारे में सबसे तेज 800 रन पूरे करने बल्लेबाज भी बने. लेकिन, चयनकर्ताओं ने इंटरनेशन क्रिकेट में मौका नहीं देकर करियर खराब कर दिया.
Team India में वापसी के पड़े लाले
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) इन दिनों बुरे दौरे से गुजर रहे हैं, खराब फिटनेस और बढ़ते वजन की वजह से रणजी ट्रॉफी से भी बाहर कर दिया गया है. जबकि पिछले 3 साल से टीम इंडिया (Team India) में वापसी के लाले पड़े हैं. शॉ ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच साल 2021 में खेला था.
जब से चयनकर्ताओं ने उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया. भविष्य में उनकी जगह टीम में बनती नहीं दिख रही है. ऐसे में पृथ्वी शॉ के पास 24 साल की उम्र में संन्यास लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. अगर, वह संन्यास लेते हैं तो उन्हें BCCI से NOC मिल जाएगी और दुनिया भर टी20 लीग खेल अपने करियर को सुनिश्चित कर सकते हैं.