टीम इंडिया (Team India) को साल 2020 के बाद जीत से ज्यादा हार का सामना करना पड़ा है. भारतीय टीम को साल 2022 का शुरूआत ही हार के साथ शुरू करनी पड़ी. उससे अपनी पहली ही वनडे सीरीज में सफाया झेलना पड़ा है. साउथ अफ्रीका ने तीन वनडे मैचो की सीरीज में भारत का सूफड़ा साफ कर दिया.वह इस सीरीज के तीनों मुकाबले हार गई. इस हार के साथ ही भारत का हालिया वनडे रिकॉर्ड काफी बुरा हो गया है. 2019 वर्ल्ड कप के बाद से ये टीम बिखरी-बिखरी नज़र आ रही है.
साल 2019 में जीत के लिए तरस गई Team India
विराट कोहली की कप्तानी में भी यही सिलसिला रहा था और अब केएल राहुल के नेतृत्व में भी ऐसा नजारा देखने को मिला. चौंकाने वाली बात यह है कि 2019 के बाद से टीम इंडिया SENA (South Africa, England, New Zealand, Australia) में सीरीज जीतने के लिए तरस रही है. साल 2000 के बाद यह तीसरा मौका है जब टीम इंडिया को तीन या इससे ज्यादा मैचों की सीरीज में सफाया झेलना पड़ा है.
भारतीय टीम को दूसरी बार वनडे में क्लीन स्वीप से हार का सा सामना करना पडा.साल 2022 में 3-0 से हराने से पहले 2006 में भी दक्षिण अफ्रीका ने भारत का सूपड़ा साफ कर दिया था. तब दक्षिण अफ्रीका 4-0 से जीती थी. दिलचस्प बात है कि तब राहुल द्रविड़ भारत के कप्तान थे. अभी की हार में वे मुख्य कोच थे तो केएल राहुल कप्तान थे. वहीं साल 2020 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत को न्यूजीलैंड दौरे पर 3-0 से शिकस्त मिली थी.
विदेशों में जीत का पड़ा सूखा
भारतीय टीम का जीत अंतर कम होता जा रहा और हार के आकड़े रूकने का नाम ही नहीं ले रहे है. भारतीय टीम पिछले कुछ सालों से सवालों के घेरे में है. विदेशों में जीत के लिए संघर्ष करती रही. भारत को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में अपने हालिया दौरों पर वनडे सीरीज में हार झेलनी पड़ी है.
उसे 2020 में न्यूजीलैंड में 3-0, ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से हार मिली थी. अब दक्षिण अफ्रीका में भी 3-0 से सफाया हो गया. वहीं 2018 में इंग्लैंड दौरे पर भी भारतीय टीम वनडे सीरीज हार गई थी. इस तरह चार बड़े देशों में भारत अपनी आखिरी वनडे सीरीज गंवा चुका है. दिलचस्प बात है कि 2014 से 2019 के बीच उसने इन सभी देशों में सीरीज जीती थी. लेकिन साल 2020 के भारतीय टीम के ग्रहण लग गया. जिसके बाद सीरीज जीतने के लिए तरस गई.
साल 2020 के जीत-हार का रेश्यो है सबसे बुरा
भारत के स्पिनर वनडे में प्रभावहीन दिख रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में वे केवल तीन विकेट ले पाए. इस दौरान आर अश्विन, युजवेंद्र चहल और जयंत यादव स्पिनर रहे. वहीं दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर्स ने नौ विकेट लिए. भारतीय फिरकी गेंदबाजों ने 5.51 की इकनॉमी से रन दिए. दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर्स की इकनॉमी 5.03 की रही. यह साफ दिखता है कि भारत कैसे सीरीज में पीछे रहा.
साल 2020 के बाद से वनडे में भारत का जीत-हार का रेश्यो सबसे बुरा है. इस अवधि में 18 में से सात मैचों में उसे हार झेलनी पड़ी है. क्रिकेट खेलने वाले बड़े देशों में जीत-हार के रेश्यो में वह सबसे नीचे हैं. इससे उलट 2018 से 2019 के बीच टीम इंडिया ने 48 में से 33 वनडे जीते थे. उस समय वह मैच जीतने में केवल इंग्लैंड से पीछे था