वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मैच में हिस्सा लेने के लिए टीम इंडिया (Team India) इंग्लैंड़ पहुंच चुकी है, और इसके लिए खिलाड़ियों ने तैयारी भी शुरू कर दी है. हाल ही में विराट कोहली ने प्रैक्टिस से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए एक तस्वीर पोस्ट की थी. लेकिन इस बीच प्लेइंग 11 में किन खिलाड़ियों को शामिल किया जाएगा ये मैनेजमेंट के लिए बड़ी समस्या होगी. जिस पर हर किसी की निगाहें गड़ी हुई हैं. इसी समस्या को हम इस खास रिपोर्ट के जरिए समझने की कोशिश करेंगे.
मैनेजमेंट के लिए प्लेइंग 11 चुनना सबसे बड़ी माथापच्ची
फिलहाल भारतीय टीम की बैटिंग ऑर्डर की बात करें तो इसे लेकर चीजें लगभग क्लियर हैं. ऐसे में प्लेइंग 11 में किन शीर्ष बल्लेबाजों को शामिल किया जाएगा इसका रास्ता तकरीबन साफ है. लेकिन, सबसे बड़ी दिक्कत गेंदबाजी विभाग की है. जिसमें मैनेजमेंट को माथापच्ची करनी होगी. अभी तक तो कुछ तय नहीं हो पाया है कि, क्या प्लेइंग 11 में टीम चार सीमर और एक स्पिनर के साथ उतरेगी या फिर 3 सीमर और दो स्पिनर के साथ उतरेगी.
लेकिन, इस बीच ऐसी खबरें भी सुर्खियों में हैं कि, टीम मैनेजमेंट फाइनल में विराट के चहेते मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) को प्लेइंग इलेवन में जगह देने के लिए बेताब बैठी है, जो इतना भी आसान नहीं होगा. साल 2019 में अगस्त के दौरान वेस्ट इंडीज के दौरे के बाद ऐसा टीम इंडिया (Team India) में पहली बार होने जा रहा है, जब इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह तीनों एक साथ टीम इंडिया में इग्लैंड दौरे पर हैं.
क्या सिराज की वजह से टेस्ट चैंपियनशिप में टूट जाएगी ये तिकड़ी
बीते तीन साल में टीम इंडिया (Team India) के टेस्ट आंकड़ों में शानदार प्रदर्शन की बात करें तो विदेशों में इन तीनों खिलाड़ियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. लेकिन, मोहम्मद सिराज की एंट्री के बाद इस तिकड़ी का एक साथ खेलना इस बार भी असंभव नजर आ रहा है. टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से आई एक खबर की माने तो अगर मैनेजमेंट को लगा कि, ट्रेनिंग के वक्त सिराज सही लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी कर रहे हैं तो इशांत शर्मा की जगह खतरे में पड़ सकती है. हालांकि इशांत शर्मा का एक्सपीरियंस कहीं न कहीं प्लेइंग 11 में उनकी दावेदारी की बड़ी वजह है.
भारत की तरफ से उन्होंने अब तक 101 अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट में देश का प्रतिनिधित्व किया है. इनमें से 12 टेस्ट मुकाबले उन्होंने इंग्लैंड में भी खेले हैं. इसके बावजूद मैनेजमेंट की निगाह उनकी बढ़ती उम्र पर टिकी हुई है. 33 साल की उम्र के पायदान पर पहुंच चुके इशांत इसी साल जनवरी में एड़ी इंजरी की से उबरे हैं. ऐसे में टीम इंडिया की तरफ से यदि वो खेलते हैं तो विरोधी टीम पर दबाव बनाने में सफल हो सकते हैं. लेकिन, इसके साथ ही उनकी बाउंसर पर भी लोगों की निगाहें टिकी होंगी.
प्लेइंग 11 में दोनों स्पिनर के एक साथ खेलने पर अटकलें जारी
स्पिन गेंदबाजी विभाग की बात करें तो रविंद्र जडेजा और आर अश्विन दोनों का ही प्रदर्शन शानदार रहा है. गेंद के साथ ही बल्ले से भी दोनों विरोधी टीम के लिए खतरा साबित हुए हैं. लेकिन, प्लेइंग 11 में टीम मैनेजमेंट दोनों को शायद ही रखे. क्योंकि इसके लिए मैनेजमेंट को एक तेज गेंदबाज कम करना होगा, जिसमें किसी भी तरह का कंप्रोमाइज नहीं किया जाएगा. ऐसे में किसको प्राथमिकता मिलेगी, इसे लेकर भी सवाल बरकरार है.
फिलहाल साउथम्पटन का मौसम अभी ज्यादा ही सर्द है. ऐसी परिस्थिति में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिल सकती है. इसलिए कीवी टीम टेस्ट में भारत के खिलाफ 4 तेज गेंदबाजों को उतार सकती है. ऐसे में टीम इंडिया (Team India) किसी भी तरह का रिस्क फाइनल में नहीं लेना चाहेगी.