इस वक्त सभी की नजरें आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप (Test Championship) फाइनल पर टिकी हुई हैं, फिर चाहें वह टीम के खिलाड़ी हों, फैंस हो या पूर्व दिग्गज। Team India इस महामुकाबले में इतिहास रचने के लिए तैयारियों में जुटी हुई है। यदि पहले की भारतीय टीम की बात करें, तो उसके लिए विदेश में जीत दर्ज करना काफी मुश्किल हुआ करता था, इसलिए वह जीत भी अहम हो जाती थी। मगर अब चीजें बदल चुकी हैं और भारतीय टीम विदेशों में भी अच्छे प्रदर्शन के साथ मैच जीतना अच्छी तरह सीख चुकी है।
Team India का विदेशों में था खराब प्रदर्शन
कोई भी टीम घरेलू परिस्थितियों में मैच व सीरीज आसानी से जीत लेती है, लेकिन विदेशों में मिलने वाली जीत से टीम का कद विश्व क्रिकेट में बढ़ता है। बात करें, 1970-80 के दशक की तब भारतीय टीम घरेलू पिचों पर तो बड़ी-बड़ी टीमों के पसीने छुड़वा देती थी, लेकिन जब विदेशों में प्रदर्शन की बात आती थी, तो टीम का प्रदर्शन निराशाजनक हो जाता था।
1983 का वनडे वर्ल्ड कप जीतने के बावजूद पहले 67 सालों में भारतीय टीम का विदेशी पिचों पर टेस्ट रिकॉर्ड बेहद खराब था। टीम इंडिया ने 1932 से 1999 तक विदेशी धरती पर सिर्फ और सिर्फ 13 टेस्ट मैच जीत पाई थी, जबकि आपको जानकर हैरानी होगी ये जीत 155 टेस्ट मैचों में मिली थी।
सौरव गांगुली ने सिखाया विदेशों में जीतना
Team India जब साल 2000 में फिक्सिंग के साए में आई थी, उसके बाद टीम की कमान सौंपी गई सौरव गांगुली। तब तो फिर मानो उन्होंने भारतीय टीम में अलग ही जान फूंक दी और परिणाम ये रहा है कि भारतीय टीम ना केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी जीत दर्ज करना सीख गई।
हम ऐसा नहीं कहना चाहते कि पहले भारतीय टीम विदेशों में जीत नहीं दर्ज करती थी, लेकिन गांगुली ने टीम को विदेशों में जीत की आदत डलवाई और ये आदत कुछ ऐसी पड़ी की आज विश्व क्रिकेट में भारत के सामने कोई भी टीम फीकी लगने लगती है, फिर चाहें वह किसी भी पिच पर टेस्ट खेलने उतरें। साल 2000 के बाद से अब तक भारत 220 टेस्ट मुकाबले में 101 जीते जबकि 60 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा। आपको जानकर हैरानी होगी की भारत ने अब तक विदेशी सरजमीं पर कुल 53 टेस्ट मैच जीते हैं और इसमें से 40 जीत साल 2000 के बाद आई हैं।
विराट कोहली हैं 20 सालों में सबसे सफल कप्तान
पिछले 20 सालों में भारत के टेस्ट कप्तानों की बात करें, तो सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी और फिर 2014 के बाद से विराट कोहली टेस्ट टीम के कप्तान हैं। साल 2015 से भारतीय टीम ने विदेशी पिचों पर 32 में से 15 टेस्ट मैच जीते हैं। कोहली की टीम श्रीलंका में पांच, वेस्टइंडीज में चार, ऑस्ट्रेलिया में चार, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में एक-एक टेस्ट जीतने में सफल रही हैं।
सबसे बड़ा इतिहास विराट की कप्तानी में रचा गया है, जब भारत ने बैक टू बैक ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर पर टेस्ट सीरीज में मात दी है। पिछले 20 सालों में विराट कोहली सबसे ज्यादा सफल रहे। विराट की कप्तानी में भारत ने 64 टेस्ट मैच खेले हैं और उसमें 40 मैच जीते हैं। Team India को सिर्फ 13 टेस्ट मैच में हार मिली है जबकि 11 टेस्ट ड्रॉ रहे. इस दौरान भारत ने 62.5 फीसदी मैच जीते।