Team India रोहित शर्मा की अगुवाई में इस साल होने वाले टी20 विश्वकप की तैयारियों की जोरों-शोरों से जुटी हुई है। पिछले टी20 विश्वकप के मुकाबले अब टीम इंडिया की रुप रेखा बदल चुकी है। नए कप्तान से लेकर नए कोच के साथ टीम इंडिया एक नए युग में प्रवेश कर चुकी है। अब इस नई टीम इंडिया को रोकना नामुमकिन साबित हो रहा है। मिशन मेलबर्न की ओर अग्रसर टीम इंडिया इस साल आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा करने की प्रबल दावेदार है।
टी20 विश्वकप 2021 में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद Team India ने अबतक अपनी सभी टी2 सीरीज में विरोधी टीम को क्लीनस्वीप किया है। सबसे पहले न्यूज़ीलैंड, फिर वेस्टइंडीज और अब श्रीलंका को क्लीन स्वीप करने के बाद टीम इंडिया ने 20 फॉर्मेट में व्हाइटवॉश की हैट्रिक लगा दी है। हर मैच में टीम इंडिया के लिए के लिए एक नया खिलाड़ी नायक बनकर सामने आया है। इससे Team India की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब टी20 विश्वकप 2022 में टीम इंडिया का ट्रॉफी उठाना तय है।
1. दूर हुई ऑलराउंडर्स की दिक्कत
Team India के स्टार ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद भारत को लगातार एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर्स की कमी खल रही थी। टी20 क्रिकेट में एक ऑल राउंडर के टीम में मौजूद होने से टीम का संतुलन बेहतर हो जाता है। टीम इंडिया को एक ऐसे खिलाड़ी की जरूरत थी जो निचले क्रम में लंबे छक्के लगाने के साथ ही अहम मौकों पर कुछ ओवर भी डाल सके।
ऐसे में वेंकटेश अय्यर Team India की इस परेशानी का हल बन कर सामने आए हैं। इस खिलाड़ी ने भारत बनाम वेस्टइंडीज सीरीज में गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था। 3 मैचों की टी20 सीरीज में वेंकटेश ने 92 की औसत के साथ रन बनाने के साथ ही 2 विकेट भी हासिल किये थे। हालांकि अभी उन्हें ज्यादा गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिलता। लेकिन जब भी उनके हाथों में गेंद होती है तो वे विकेट जरूर निकालते हैं।
2. मिडल ऑर्डर जिता रहा है मैच
टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों पर निर्भर रहने वाली Team India के लिए सबसे बड़ी परेशानी मिडिल ऑर्डर बना हुआ था। चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल, विश्वकप 2019 का सेमीफाइनल और विश्वकप 2021 में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन की वजह मिडिल ऑर्डर रहा था।
बीते कुछ सालों से Team India का टॉप ऑर्डर इतने रन बना देता था कि मिडल ऑर्डर बल्लेबाजों पर प्रेशर नहीं आता था। लेकिन जिस दिन टॉप 3 बल्लेबाज फेल होते थे, उस दिन टीम इंडिया का जीतना नामुमकिन हो जाता था। वहीं अब टीम Team India के मिडल ऑर्डर में सुदृढ़ बल्लेबाजों की एंट्री हो चुकी है। जिसमें सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर का नाम सबसे आगे हैं। वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के एक आद अच्छी पारी खेली।
लेकिन मिडल ऑर्डर में मौजूद बल्लेबाजों ने टीम को इन दोनों सीरीज में मैच जितवाए हैं। सूर्यकुमार यादव को वेस्टइंडीज सीरीज में प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड दिया गया था। वहीं अब श्रीलंका के खिलाफ 200 की औसत से रन बनाने वाले बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को इसी खिताब से नवाजा गया। विश्वकप 2022 के लिए इन दोनों खिलाड़ियों की जगह पक्की है।
3. मजबूत बेंच स्ट्रेंथ
एक बड़े टूर्नामेंट में खिताब जीतने के लिए टीम के सभी खिलाड़ियों के साथ ही बेंच पर बैठे खिलाड़ियों का मजबूत होना भी बेहद जरूरी होता है। क्योंकि किसी भी मौके पर खिलाड़ी चोटिल हो सकते हैं। इसका उदाहरण साल 2019 में विश्वकप से लिया जा सकता है। इस टूर्नामेंट में Team India के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के चोटिल होने के बाद पूरी तरह से बल्लेबाजी का क्रम बदल गया था।
लेकिन मौजूदा समय में Team India में बेंच पर बैठे खिलाड़ी भी किसी भी मौके पर टीम के लिए जीत में योगदान देने के लिए तैयार है। हाल में हुई वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में टीम इंडिया के ज्यादातर मुख्य खिलाड़ी चोट के चलते नहीं खेल पाए थे। टीम में कप्तान रोहित शर्मा ने ज्यादातर युवा खिलाड़ियों को मौका दिया। लेकिन इसके बावजूद टीम के प्रदर्शन पर तिनके भर का भी फर्क नहीं पड़ा।
4. गेंदबाज शुरुआत में झटक रहें हैं विकेट
आईसीसी टूर्नामेंट में ट्रॉफी पर कब्जा करने के लिए आपके गेंदबाजों का लय में होना बेहद जरूरी है। वो कहते है ना बल्लेबाज आपको मैच जिताते हैं, लेकिन गेंदबाज आपको टूर्नामेंट जिताते हैं। इस कथन में 100 प्रतिशत सच्चाई है, खासकर 20 ओवर के फॉर्मैट में गेंदबाजों की भूमिका काफी जरूरी हो जाती है। वहीं पहले 6 ओवर में अच्छी गेंदबाजी करते हुए विकेट लेना टीम को मैच में आगे खड़ा कर देता है।
मौजूदा समय में Team India के सबसे अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार चोट से उभरने के बाद लय में वापिस आ चुके हैं। भुवि ने हाल के मैचों में शुरुआती विकेट लेने के साथ ही बेहद किफायती गेंदबाजी भी की है। वहीं उनके अलावा तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी शुरुआती दौर में विकेट झटकने में सबसे आगे हैं। ऑस्ट्रेलिया के मैदानों में गेंद बहुत हरकत करती है। ऐसे में ये दोनों गेंदबाज टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत साबित हो सकते हैं।
5. रोहित शर्मा की कप्तानी का जलवा
टी20 विश्वकाप 2022 Team India के कप्तान रोहित शर्मा टीम के सबसे बड़े X-फैक्टर साबित होने वाले हैं। रोहित शर्मा हर मैच में कदम रखने के साथ ही नए रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच जीतने के बाद रोहित ने लगातार सबसे ज्यादा 12 मैच जीतने के वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
वहीं रोहित के कप्तानी का भार संभालते ही टीम इंडिया में स्थिरता देखी जा रही है। टीम के हर खिलाड़ी को उसके रोल के बारे में बखूबी बता दिया गया है और हर खिलाड़ी रोहित की दी गई कसौटी पर खरा भी उतर रहा है। इसके साथ ही रोहित मैदान में रणनीति, गेंदबाजी में बदलाव और फील्ड सेटिंग के जरिए विरोधी टीम को चारों खाने चित हो जाते हैं।