रोहित शर्मा कभी नहीं कर पाएंगे एमएस धोनी की बराबरी, एशिया कप में हुई इन 3 गलतियों ने कर दिया साबित
Published - 07 Sep 2022, 07:15 PM

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भारतीय टीम (Team India) ने एशिया कप 2022 की शुरुआत जीत के साथ की थी। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई में टीम ने ग्रुप चरण में गजब का प्रदर्शन दिखाया था। लेकिन टीम सुपर-4 के मुकाबलों में पूरी तरह फ्लॉप नजर आई। पाकिस्तान और श्रीलंका के हाथों भारत (Team India) को सुपर-4 में हार का सामना करना पड़ा।
इन हार की वजह से भारत एशिया कप से बाहर होने के कगार पर है। लगातार दो मैच हारने के बाद उसके (Team India) फाइनल में पहुंचने की संभावना न के बराबर ही है। उसे फाइनल में जाने के लिए अफगानिस्तान के खिलाफ काफी किस्मत और बड़ी जीत की जरूरत है।
ऐसे में आइए एक नजर डालते हैं रोहित शर्मा की उन खामियों पर जिनकी वजह से टीम इंडिया (Team India) की एशिया कप में इतनी बुरी हालत हुई। आखिरी हिटमैन की ऐसा कौन-सी कमियां थी, जिस वजह से आईसीसी टी20 रैंकिंग में नंबर- 1 भारतीय टीम (Team India) को तीसरे नंबर के पाकिस्तान और फिर आठवें नंबर के श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
Team India को रोहित की इन 3 खामियों का भुगतना पड़ा खामियाजा
छठे गेंदबाजी विकल्प को किया नजरअंदाज
रोहित शर्मा की सबसे बड़ी कमी रही टीम (Team India) का सिलेक्शन। उन्होंने पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ प्लेइंग इलेवन का इस्तेमाल सही से किया होता तो शायद आज बात कुछ और ही होती। हिटमैन ने भारतीय टीम की बागडोर संभालने के बाद से लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन एशिया कप में ऐसा लग रहा था जैसे वह अपनी सबसे बड़ी ताकत को भूल गए हों। रोहित दोनो ही मुकाबलों में पांच गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरे, जिसमें से पांचवें गेंदबाज हार्दिक रहे।
हालांकि टीम के पास छठे गेंदबाज के रूप में दीपक हुड्डा मौजूद थे। दोनो ही मुकाबलों में युजवेंद्र चहल और हार्दिक पांड्या के फ्लॉप होने के बावजूद रोहित ने छठी गेंदबाजी के विकल्प का इस्तेमाल नहीं किया। श्रीलंका के खिलाफ स्पिनरों ने खेल का रुख मोड़ दिया लेकिन उसके बाद भी रोहित ने हुड्डा की गेंदबाजी का इस्तेमाल नहीं किया।
गेंदबाजों का नहीं किया सही इस्तेमाल
रोहित शर्मा अपने शातिर कप्तानी के पैंतरों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन एशिया कप में भी हिटमैन अपने गेंदबाजों का सही तरह से इस्तेमाल करने में नाकामयाब हुए। श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले में अर्शदीप सिंह को शुरुआती ओवर में स्विंग प्राप्त हो रही थी, मगर कप्तान ने उन्हें एक ओवर डालने की अनुमति दी और फिर हटा दिया।
पाकिस्तान के खिलाफ भुवनेश्वर को डेथ ओवर्स में बल्लेबाजों ने जमकर धोया। फिर भी श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने कुमार को 19वें ओवर में गेंदबाजी के लिए भेजा। डेथ ओवरों में भुवनेश्वर को अर्शदीप के सामने गेंदबाजी कराना उनके बुरे फैसलों में से एक है। अगर वह श्रीलंका के खिलाफ भुवी से पहले अर्श को भेजते तो टीम इस हाल में नहीं होती। उनके इस गलत फैसले का खामियाजा भारतीय टीम को एशिया कप की हार से भुगतना पड़ा।
प्लेइंग-XI में किए लगातार बदलाव
एशिया कप की शुरुआत से ही रोहित शर्मा भारत की प्लेइंग इलेवन में बदलाव करते हुए नजर आ रहे हैं। ग्रुप चरण में तो ये बदलाव टीम के हक में साबित हुए, लेकिन सुपर-4 राउंड में बदलाव टीम की हार के सबसे बड़े कारण बन गए। पहले मुकाबले में रोहित ने पंत की जगह दिनेश को टीम में शामिल किया। इसके बाद सभी मुकाबलों में उन्होंने डीके को ड्रॉप कर ऋषभ को जगह दी। वहीं जड्डु के चोटिल होने जाने की वजह से उन्होंने दीपक को खेलने का मौका दिया।
आवेश की तबीयत खराब होने की वजह से रवि को पाकिस्तान के खिलाफ प्लेइंग इलेवन में जगह मिली। फिर श्रीलंका के खिलाफ उन्हें हटा कर अश्विन को वापिस टीम में बुलाया गया। रोहित के इन बदलावों ने टीम के ऊपर काफी दबाव डाला। जिस वजह से भारत को सामना करना पड़ा। भले ही कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को आजमाने के लिए यह रणनीति अपनाई, मगर खिलाड़ियों को आजमाने के लिए यह सही मंच नहीं था।
ऑथर के बारे में

मानवी नौटियाल एक उत्साही और अनुभवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हैं, जिन्हें खेलों की दुनिया से गहरा लगाव है।... रीड मोर