Team India Player: किसी भी खिलाड़ी के लिए संन्यास लेने का फैसला करना बेहद मुश्किल होता है। अपने देश के लिए खेलने वाले हर खिलाड़ी को अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए। हर खिलाड़ी सोचता है कि वह अच्छा प्रदर्शन करके अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहे, जिस चक्कर में वह बहुत देर से संन्यास लेते हैं।
हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है कि हर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर ही संन्यास ले। कई भारतीय खिलाड़ियों (Team India Player) को उनके खराब प्रदर्शन के चलते टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया तो कई को फिट्नस के कारण। अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको उन तीन भारतीय खिलाड़ियों (Team India Player) के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के काफी समय बाद संन्यास लिया।
ये भारतीय खिलाड़ी (Team India Player) अपने क्रिकेट करियर को एक अच्छे पहलू में खत्म करना चाहते थे, जिस वजह से इन्होंने संन्यास लेने में काफी समय लगा दिया। लेकिन आपको बता दें कि ये खिलाड़ी (Team India Player) ऐसा करने में नाकामयाब रहे। इन खिलाड़ियों में आईपीएल में भी अपने जलवे बिखराय है। आइये नजर डालते हैं 3 भारतीय क्रिकेटरों (Team India Player) पर, जिन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए आखिरी बार खेलने के कुछ साल बाद संन्यास की घोषणा की....
3 Team India Player जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के काफी समय बाद लिया संन्यास
वीरेन्द्र सहवाग
इस लिस्ट में पहला नाम है भारतीय क्रिकेट (Team India Player) टीम के बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का। वीरेंद्र सहवाग ने अपने जन्मदिन यानी 20 अक्टूबर 2015 को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था। सहवाग बहुत लंबे समय से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर थे। सहवाग ने अपना आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में खेला था।
उन्होंने वनडे में 15 शतकों के साथ 8273 रन बनाए। वहीं, उन्होंने 19 टी20 में 394 रन बनाए। वनडे में उनके नाम दोहरा शतक भी है और तब वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे खिलाड़ी थे। 2008 में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम के खिलाफ 278 गेंदों में 319 रन बनाए थे।
अपने करीब डेढ़ दशक लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में सहवाग ने 104 टेस्ट मैचों में 23 शतकों के साथ 8586 रन बनाए हैं। इनमें दो तिहरे शतक शामिल हैं।सहवाग ने अपने खराब प्रदर्शन के चलते क्रिकेट से संन्यास लिया।
गौतम गंभीर
वीरेंद्र सहवाग के लंबे समय तक सलामी जोड़ीदार और भारतीय टीम के खिलाड़ी (Team India Player) गौतम गंभीर का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। सहवाग की तरह ही गौतम ने अपना अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने के कुछ समय बाद संन्यास ले लिया। पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भरपूर रन बनाए हैं।
उन्हें अपने समय में फैंस से खूब प्यार मिला है। वह 2007 के टी 20 विश्व कप में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे और 2011 के फाइनल में भारत की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गौतम साल 2007 से 2012 तक टीम इंडिया के नियमित खिलाड़ियों में से एक थे, लेकिन उनकी एक कमजोरी ने उनसे उनकी ये उपलब्धि छिन ली।
दरअसल ऑफ स्टंप के बाहर जाने वाली गेंदों के सामने उनकी कमजोरी का कई गेंदबाजों ने फायदा उठाया और इसी वजह से उन्हे टीम के बाहर का रास्ता दिखाया गया। हालांकि उन्हे 2014 और 2016 में एक बार फिर टीम के साथ जोड़ा गया, लेकिन वह इस मौका का भरपूर फायदा नहीं उठा पाए।
उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में केवल एक अर्धशतक ही बना पाए। गंभीर ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। जिसके बाद गौतम गंभीर ने 2018 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। अगर गौतम के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 58 टेस्ट में 41.95 के औसत से 4154 रन और 147 वनडे में 39.68 के औसत से 5238 रन बनाए। इसके अलावा 37 टी20 मैचों में, गंभीर ने 2007 विश्व टी 20 फाइनल में 75 के उच्चतम के साथ 932 रन बनाए।
हरभजन सिंह
अपनी स्पिन से विरोधी बल्लेबाजों को फंसाने वाले हरभजन सिंह का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। हरभजन सिंह ने पांच सालों तक टीम इंडिया (Team India Player) के लिए क्रिकेट नहीं खेला था, इसके बावजूद उन्होंने संन्यास नहीं लिया क्योंकि शायद उन्हें लगता था कि वह आईपीएल के जरिए टीम में वापसी कर सकते हैं।
हालांकि आईपीएल भी उनकी टीम में वापसी नहीं करवा सका। इसकी वजह है आईपीएल में उनका प्रदर्शन। आईपीएल में उनका ऐसा प्रदर्शन नहीं रहा था जो उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे खोल सके। साल 2021 में उन्होंने आखिरी बार कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेला था।
उन्हें तीन मैचों में खेलने का मौका दिया गया, लेकिन वह टीम के दिए हुए मौकों का फायदा नहीं उठा पाए। जिसके बाद उन्होंने 24 दिसंबर को सोशल मीडिया पर अपने संन्यास का एलान किया। हरभजन ने संन्यास का एलान करते हुए ट्विटर पर लिखा- सभी अच्छी चीजें खत्म हो जाती हैं और आज मैं उस खेल से विदा लेता हूं।
इस खेल ने मुझे जीवन में सब कुछ दिया है। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस 23 साल की लंबी यात्रा को सुंदर और यादगार बनाया। हरभजन सिंह टेस्ट में 400 से अधिक विकेट लेने वाले भारत के दूसरे स्पिन गेंदबाज हैं। भज्जी ने अपने 103 टेस्ट मैच के करियर में 417 विकेट लिए थे। वहीं 236 वनडे में उनके नाम 269 विकेट रहे थे। उनकी इकोनॉमी भी 4.31 की रही थी। वहीं 28 टी-20 मैच में भज्जी ने 25 विकेट झटके। आईपीएल में हरभजन ने 163 मैच खेलकर 150 विकेट अपने नाम किए।