Team India: वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टीम (Team India) ने 2 टेस्ट मैचों की सीरीज पर 1-0 से कब्जा जमा लिया. त्रिनादाद में खेला गया दूसरा मुकाबला बारिश की वजह से रदद हो होगा. जबकि पहले टेस्ट मैच टीम इंडिया ने 141 रन और 1 पारी से जीत लिया था.
टेस्ट सीरीज के समाप्त होने के बाद एक खिलाड़ी भारत पहुंचते ही संन्यास की घोषणा कर सकता है. क्योंकि इस खिलाड़ी को एक दशक बाद टीम में चुना गया मगर ये खिलाड़ी इस अवसर को भुना नहीं पाया. इस प्लेयर के क्रिकेट को अलविदा कहने के अलावा कोई ओर चारा नहीं बचा है.1
Team India के इस खिलाड़ी वेस्टइंडीज दौरे पर किया निराश
वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कई युवा खिलाड़ियों का टीम इंडिया (Team India) के लिए डेब्यू करने का सपना पूरा हुआ. वहीं युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने डेब्यू टेस्ट में छाप छोड़ी. ईशान किशन ने भी दूसरे टेस्ट में फिफ्टी बनाकर प्रभावित किया
एक खिलाड़ी ने लंबे समय के बाद टेस्ट टीम में वापसी की लेकिन ये खिलाड़ी अपनी वापसी कोई फायदा नहीं उठा पाया. हम यहां बात कर रहें हैं तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट की. इस खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से पूरी तरह से निराश किया. जयदेव तीन पारियों में कोई विकेटनहीं चटका पाए.
सन्यास के अलावा नहीं बचा कोई विकल्प
जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) को करीब 13 साल के बाद प्लेइंग-11 में शामिल होने का मौका मिला.वह सीरीज के जरिए टीम इंडिया (Team India) में अपनी जगह बना सकते थे लेकिन जयदेव इस अवसर पर खरा नहीं सकें. अगली टेस्ट सीरीज साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जानी है. इस खराब प्रदर्शन के बाद उनका टीम में बना रह पाना मुश्किल नजर आ रहा है. ऐसे में यह खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दें तो किसी कोई आचर्य नहीं होगा.
जयदेव उनादकट का ऐसा रहा करियर
जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) ने टीम इंडिया (Team India) के लिए साल 2010 ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू किया था. उन्होंने 13 सालों में कुल 4 टेस्ट ही खेल पाए है. जिसमें अब तक 3 ही विकेट ले सके हैं. उनादकट फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 102 मैच में 382 विकेट ले चुके हैं. FC में तो उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है लेकिन भारतीय टीम के लिए प्रभाव नहीं छोड़ सकें.
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