Team India: भारत और श्रीलंका के बीच 3 मैचों की रोमांचक T20I सीरीज़ का दूसरा मुकाबला आज यानी 5 जनवरी को पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला गया. जिसको श्रीलंका ने 16 रनों से जीत कर सीरीज़ को 1-1 से बराबर कर लिया.
श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 206 रन बोर्ड पर लगाए थे और भारत को 207 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था. जिसके जवाब में भारत 190 रन ही बना पाया और महज़ 16 रनों से चूक गया. हालांकि भारत से इस मुकाबले में काफी गलतियां भी देखने को मिली है. जिसकी वजह से उन्हें इस मैच से हाथ धोना पड़ा. तो आइये ऐसे में नज़र डालते हैं भारत (Team India) की हार के 3 बड़े कारणों पर.
1) हार्दिक पंड्या का गेंदबाज़ी करने का फैसला
पुणे का एमसीए स्टेडियम में हमेशा पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम को सफलता मिलती है. कई मौकों पर देखा गया है कि इस मैदान में पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम ही जीत हासिल करती है. ऐसे में श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम (Team India) के कप्तान हार्दिक पंड्या के पास टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का पूरा मौका था. लेकिन उनका घमंड उन्हें ले डूबा.
हार्दिक पंड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. जोकि टीम इंडिया को काफी ज़्यादा भारी पड़ा. श्रीलंका के बल्लेबाज़ों ने भारतीय गेंदबाज़ों की जमकर सुताई की और 207 रनों का पहाड़नुमा लक्ष्य टीम इंडिया के सामने खड़ा कर दिया.
2) एक ही पारी में डाली 7 नो बॉल
आपको बता दें कि भारतीय (Team India) गेंदबाज़ों ने अपने खराब प्रदर्शन से सबको काफी ज़्यादा निराश किया है. खासकर तेज़ गेंदबाज़ों ने जमकर रन लुटाए हैं और उसके साथ-साथ काफी नो बॉल भी डाली हैं. जिसकी वजह से श्रीलंका ने भारत के सामने विशाल स्कोर खड़ा करने में सक्षम रही.
जहां अर्शदीप सिंह ने कुल 5 नो बॉल डाली, वहीं उमरान मलिक और शिवम मावी ने भी 1-1 नो बॉल डाली. भारतीय टीम के गेंदबाज़ों ने एक पारी में कुल 7 नो बॉल डाली. जोकि काफी ज़्यादा हैरानी की बात है. भारत (Team India) ने इन 7 नो बॉल पर 34 रन दिए हैं. ग़ौरतलब है कि टीम इंडिया (Team India) दूसरे T20I में सिर्फ 16 रन से हारी है. अगर गेंदबाज़ अनुशासन के साथ गेंदबाज़ी करते तो शायद मैच का नतीजा कुछ और होता.
3) टॉप ऑर्डर रहा पूरी तरह से फ्लॉप
207 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए हमेशा टीम को अपने टॉप ऑर्डर से सबसे ज़्यादा उम्मीदें होती हैं. खासकर सलामी बल्लेबाज़ों से. अगर सलामी बल्लेबाज़ शुरुआत में ही ताबड़तोड़ अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए चलते हैं तो आने वाले बल्लेबाज़ों के पास भी अच्छा मौका होता है. सलामी बल्लेबाज़ों का मोमेंटम सेट करने में बहुत बड़ी भूमिका होती है.
लेकिन ईशान किशन (2) और शुभमन गिल (5) ऐसा करने में पूरी तरह से नाकाम रहे. वह जल्दी आउट हो कर टीम को और ज़्यादा दबाव में डाल गए. वहीं इसके बाद डेब्यूटांट राहुल त्रिपाठी भी 5 रन बनाकर चलते बने. साथ ही कप्तान हार्दिक पंड्या (12) ने भी अपनी बल्लेबाज़ी से निराश किया.