Team India: बांग्लादेश और भारत के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज़ का आखिरी और तीसरा मुकाबला 10 दिसंबर को चटगांव के ज़हूर अहमद चौधरी स्टेडियम में खेला गया. जिसमें भारत ने 227 रनों के बड़े अंतराल से मुकाबला जीत लिया. हालांकि शुरुआती दोनों मुकाबले जीतने के बाद बांग्लादेश ने यह रोमांचक श्रृंखला अपने नाम कर ली थी. भारत का यह मुकाबला जीतने के बाद 2-1 पर यह सीरीज़ समाप्त हुई.
वहीं बांग्लादेश के हाथों मिली यह हार टीम इंडिया (Team India) के फैंस को काफी ज़्यादा चुभ रही है. तो आइये ऐसे में नज़र डालते हैं 5 ऐसे बड़े कारणों पर जिनकी वजह से भारत बांग्लादेश के खिलाफ यह वनडे श्रृंखला हार गया.
1) पहले 2 मैचों में ओपनर हुए फेल
आपको बता दें कि बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज़ के शुरुआती दोनों मुकाबलों में टीम इंडिया (Team India) के सलामी बल्लेबाज़ पूरी तरह से फ्लॉप रहे. वह टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे. जिसकी वजह से मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों पर भी दबाव देखने को मिला. ऐसे में दोनों ही मैचों में भारतोय टीम ने काफी निराशाजनक बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन करके दिखाया.
खासकर शिखर धवन का बल्ला इस पूरी श्रृंखला में खामोश रहा. उन्होंने खेले गए 3 मुकाबलों में कुल 18 रन बनाए हैं. वहीं रोहित शर्मा पहली पारी में बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे थे तो दूसरे मैच में चोटिल होने की वजह से ओपन करने नहीं आए थे. तीसरे मैच में भी ईशान किशन और विराट कोहली की जोड़ी ने भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई. धवन ने तो इस मैच में भी सिर्फ 3 रन बनाए थे.
2) खराब फील्डिंग
पिछले कुछ समय में भारतीय टीम (Team India) की फील्डिंग में काफी गिरावट देखने को मिली है. खिलाड़ी अक्सर फील्ड पर कैच छोड़ते हुए और साधारण फील्डिंग करते हुए नज़र आते हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण बांग्लादेश और भारत के बीच में खेला गया पहला वनडे मुकाबला है.
इस मैच में भारत (Team India) को जब जीतने के लिए सिर्फ एक विकेट चाहिए था, तो विकेटकीपर केएल राहुल और वॉशिंगटन सुंदर ने एक आसान सा कैच ड्रॉप कर दिया था. जिसका परिणाम यह हुआ कि भारत सिर्फ एक विकेट से मुकाबला हार गया. वहीं उस मैच में बाउंड्री लाइन पर सुंदर ने कई मिस फील्ड किए जिसके चलते जो एक या दो रन होने चाहिए थे वो 4 रन में तब्दील हो गए. दूसरे मैच में भी आलम कुछ इस तरह का ही था.
3) अंतिम ओवर में नहीं लिए विकेट, ना रोक पाए रन
बांग्लादेश को पहले मुकाबले में मैच जीतने के लिए 187 रनों की दरकार थी. भारत (Team India) ने उनके 9 विकेट 136 रन पर ही गिरा दिए थे. लेकिंन इसके बाद भारतीय गेंदबाज़ अंतिम ओवर में विकेट नहीं ले पाए और रन लुटाते रहे. जिसकी वजह से भारत मैच हार गया.
वहीं दूसरे वनडे में भारत (Team India) ने 100 रन के अंदर-अंदर ही बांग्लादेश के 6 खिलाड़ियों को आउट कर वापस पवेलियन में भेज दिया था. लेकिन इसके बाद टीम इंडिया की गेंदबाज़ी काफी ज़्यादा साधारण रही. जिसके चलते बांग्लादेश ने 6 विकेट खोने के बावजूद भी पूरे 50 ओवर बल्लेबाज़ी की और 7 विकेट के नुकसान पर 271 रन ठोक डाले. अंतिम ओवर में गेंदबाज़ी भारत की सबसे बड़ी परेशनी बनकर उबरी है.
4) टीम सिलेक्शन में दिखी कमी
बांग्लादेश के खिलाफ इस सीरीज़ में टीम इंडिया (Team India) की सिलेक्शन में भी काफी कमी देखने को मिली है. जिसकी आलोचना ने फैंस ने भी जमकर की है. भारत के पास बांग्लादेश की धीमी पिचों के लिए एक भी मुख्य स्पिनर गेंदबाज़ नहीं था. जोकि भारत को काफी भारी पड़ा.
पहले मैच में जहां अनुभवहीन शाहबाज़ अहमद और वॉशिंगटन सुंदर गेंदबाज़ी करते हुए नज़र आए. वहीं दूसरे मैच में शाहबाज़ की जगह अक्षर पटेल को मौका दिया गया. जब इससे भी बात नहीं बनी तो उन्हें आखिरी मैच के लिए खास तौर पर कुलदीप यादव को भारत से बुलाना पड़ा.
5) टीम में शामिल थे अनफिट खिलाड़ी
17 सदस्यीय इस भारतीय स्क्वॉड में दो ऐसे खिलाड़ी भी मौजूद थे, जो मैच खेलने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं थे. लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम में शामिल किया गया. तेज़ गेंदबाज़ दीपक चाहर इस श्रृंखला के लिए अनफिट थे. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 2 मैच खेले और दोनों में ही कुछ खास प्रभाव नहीं डाल पाए.
दूसरे मैच में तो दीपक सिर्फ 3 ओवर ही डाल पाए थे. उसके बाद वह हैमस्ट्रिंग इंजरी के चलते मैदान से बाहर चले गए थे. वहीं युवा तेज़ गेंदबाज़ कुलदीप सेन भी पीठ दर्द से जूझ रहे थे. जिसके चलते वह एक मैच खेलकर ही बाहर हो गए थे. वहीं कप्तान रोहित शर्मा खुद दूसरे वनडे मैच में बांग्लादेश के खिलाफ चोटिल हो गए थे.
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