टीम इंडिया (Team India) को न्यूजीलैंड के हाथों 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. न्यूजीलैंड ने भारत का 3-0 से सूफड़ा साफ कर दिया. भारत की अपने घर में 12 साल बार किसी टेस्ट सीरीज में हार है. जबकि 24 साल बाद भारतीय सरजमीं पर क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा. भारत एक गलती बार-बार दोहरा रहा है. जिसकी वजह से हर अपने घर में हार का सामना करना पड़ रहा है. आइए जानते हैं उस बड़ी मिस्टेक के बारे में...
अपने जाल में खुद फंसी Team India
टीम इंडिया (Team India) अपने घर में अच्छी खेलती है. यह बात विश्व क्रिकेट खेलने वाली टीमों को अच्छी तरह से पता है. वहीं दूसरी ओर वह टीमें यह भी जानते हैं भारतीय बल्लेबाज स्पिनर भी अच्छा खेलते हैं. ऐसे में अब विदेशी टीमे आने से पहले कड़ा रिसर्च करती है. जहां वह भारत को भारत में चुनौती पेश कर सके. न्यूजीलैंड ने भी कुछ ऐसा ही किया और स्पिन ट्रैक पिचों पर ऐसे कीवी गेंदबाजों को चुना जो भारत के बल्लेबाजों के लिए काल बन गए. मिचेल सैंटनर और ऐजाज पटेल ने भारतीय बल्लेबाजों को कमर तोड़ कर रख दी. ऐसे में भारत खुद अपने जाल में बुरी तरह से फंस गया जहां निकला पाना रोहित शर्मा के लिए मुश्किल हो गयाय.
वनडे वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में स्पिन ट्रैक बनवाना पड़ा भारी
वनडे विश्व कप 2023 का आयोजन पिछले साल भारत में आयोजित किया गया. भारत ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया. कोई भी इंडिया को हरा नहीं पाई और बिना हारे फाइनल का सफर तय किया. वनडे विश्व कप 2024 फाइनल मैच अहदाबाद में खेला गया. जब जानते हैं कि यहां कि पिच बल्लेबाजों के फ्रेंडली है. लेकिन, ऑस्ट्रेलिया ने आरोप लगा थे कि भारत ने अपनी होम कंडीशन का फायदा उठाने के फाइनल मैच स्पिनर ट्रैक पर कराने का फैसला किया. मैच के चंद घंटों यह फैसला लेना पड़ा और भारत का यह फैसला भारत को ले डूबा. ऑस्ट्रेलिया फाइनल में भारत को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया.
न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरू और वानखेड़े में स्पिन ट्रैक खुद फंस गई
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट बेगलुरु में खेला गया. भारतीय टीम पहली पारी में 46 रनों पर ही ढेर हो गई. दूसरी पारी में 400 से अधिक रन बनाने के बावजूद भी हार गई. इस पिच पर स्पिनर को काफी मदद मिली थी. लेकिन. टीम मैनेजमेंट खुश नहीं नजर आया. उन्होंने पुणे टेस्ट में गेंद कम टर्न होने की बात की थी. इसलिए वानखेड़ में रैंक टर्नर पिच की मांग कर दी. जिसके चलते पहले दिन से गेंद ने टर्न होना शुरु कर दिया. जिसकी वजह से भारत को चौथी पारी में जीत के लिए 147 बनाने भारी पड़ गए और पूरी इंडियन टीम 121 रनों पर ही ढेर हो गई.
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