भारत-श्रीलंका (IND vs SL) के बीच खेले गए सीरीज के आखिरी निर्णायक मुकाबले में टीम इंडिया (Team India) के खिलाफ मेजबान का जलवा बरकरार रहा. दूसरे मैच में जीत दर्ज करने के बाद लंकाई खिलाड़ियों का आत्मविश्वास इस कदर बढ़ गया था कि, उन्होंने मेहमान टीम को क्रीज पर टिकने का मौका ही नहीं दिया. जिसके कारण भारत को 1-2 से सीरीज गंवानी पड़ी. इस मैच में भारतीय टीम की बल्लेबाजी इकाई ने बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया और 20 ओवर में सिर्फ 82 रनों का ही लक्ष्य दे सकी थी.
इस स्कोर को मेजबान टीम ने महज 14.3 ओवर में ही हासिल कर लिया था. इस खास रिपोर्ट में हम उन्हीं 3 कारणों के बारे में बात करने जा रहे हैं कि, जिसके चलते टीम इंडिया को सीरीज में शिकस्त का सामना करना पड़ा.
1. क्रुनाल पांड्या का कोरोना संक्रमित होना
सीरीज गंवाने का सबसे बड़ा और पहला कारण टीम इंडिया (Team India) के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या हैं. टी20 सीरीज के दूसरे मैच से पहले ही वो कोरोना महामारी से संक्रमित पाए गए थे. जिसके कारण मुकाबले की डेट भी टल गई थी. ये मैच 27 के बजाय 28 जुलाई को खेला गया था. श्रृंखला का अंतिम और तीसरा मुकाबला 29 जुलाई को खेला गया जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा और सीरीज हाथ से निकल गई.
दरअसल क्रुणाल पांड्या की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद 9 खिलाड़ी आइसोलेशन पीरियड में हैं. ये सभी खिलाड़ी पांड्या के संपर्क में आए थे. जिसमें पृथ्वी शॉ से लेकर सूर्यकुमार यादव, दीपक चाहर, हार्दिक पांड्या, ईशान किशन जैसे शानदार खिलाड़ी शामिल थे. इन्हें दूसरे और तीसरे मैच से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि, क्रुणाल आखिर के दो मुकाबलों में खेले बिना ही श्रृंखला को ले डूबे हैं. क्योंकि भारत के पास प्लेइंग इलेवन में चुनाव के लिए सिर्फ 11 खिलाड़ी ही बचे थे. जिनमें से एक टीम तैयार करनी थी. यह बड़ा कारण रहा कि, भारतीय टीम को सीरीज में हार का सामना करना पड़ा.
2. स्पिनरों को ना खेल पाना
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करते हुए मैदान में उतरी टीम इंडिया (Team India) अपने विकेटों को बचाने में कामयाब नहीं हो सकी. भारतीय टीम के कप्तान शिखर धवन बिना खाता खोले ही धनंजय डी सिल्वा की गेंद का शिकार हो गए. इसके बाद यहीं से टीम की बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ाई, जिसका सिलसिला अंत तक जारी रहा. भारत अपने आपको मैच में कहीं संभालता, इसका मौका मेजबान टीम के स्पिनरों ने दिया ही नहीं.
भारतीय खिलाड़ियों की बल्लेबाजी के दौरान श्रीलंकाई स्पिनर पूरी तरह से टीम पर हावी रहे. साथ ही लगातार विकेटों का पतन भी करते रहे. इस मुकाबले में सबसे सफल गेंदबाज के तौर पर वानिंदु हसरंगा साबित हुए. उन्होंने 4 ओवर में गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 9 देकर 4 सफलताएं हासिल की. जो इस दौरान उन्होंने ऋतुराज गायकवाड़, संजू सैमसन, भुवनेश्वर कुमार और वरूण चक्रवर्ती जैसे काबिल खिलाड़ियों को अपनी फिरकी में फंसाया.
पूरे मुकाबले में स्पिनर के सामने भारतीय बल्लेबाज सिर्फ संघर्ष करते हुए नजर आए. कुलदीप यादव ने 28 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 23 रन बनाए. इसके अलावा एक भी खिलाड़ी 20 रन भी नहीं बना सका. ये दूसरा सबसे बड़ा कारण रहा, जिसकी वजह से टीम इंडिया को सीरीज पर शिकस्त का सामना करना पड़ा.
3. शिखर धवन की खराब कप्तानी
श्रृंखला में हार की तीसरी सबसे बड़ी वजह शिखर धवन की खराब कप्तानी रही. बल्लेबाजी के दौरान गोल्डन डक आउट होने वाले धवन ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. उनका यह निर्णय काफी हैरान करने वाला था. क्योंकि पिछले मैच में स्कोर को डिफेंड करने उतरी भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद भी उन्होंने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय किया.
पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया (Team India) स्लो पिच पर कोई बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर सकी. जिसके कारण मुकाबला हाथ से निकल गया. कप्तान का ये चुनाव भारतीय टीम के सीरीज में हार का तीसरा और सबसे बड़ा कारण थी. महज 82 रनों के लक्ष्य को हासिल करने उतरी लंकाई टीम पर भले ही राहुल चाहर हावी रहे. लेकिन बाकी गेंदबाजो को कोई सफलता नहीं मिली.
लेकिन, राहुल ने अपने स्पेल में 15 रन देकर 3 विकेट चटकाए, जिसने मेजबान के लिए दिक्कतें खड़ी कर दी थी. हालांकि आखिर में 7 विकेट से लंका टीम ने इस सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया.