Team India vs South Africa केबीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का पहला मैच सेंचुरियन में खेला गया था, जिसे भारत ने 113 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। अब सीरीज का दूसरा मुकाबला जोहान्सबर्ग के वॉन्डर्स मैदान में खेला जाएगा।
इस मैच से पहले कुछ ऐसे कारण सामने आ रहे हैं, जिन्हें देखकर ऐसा लग रहा है कि भारतीय टीम का ये मैच जीतना लगभग तय ही है। तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन 3 कारणों के बारे में बताते हैं, जिन्हें पढ़कर आप भी समझ जाएंगे कि दूसरे टेस्ट मैच में Team India का पलड़ा कितना भारी है।
Team India की जीत जोहान्सबर्ग में तय
1- 29 सालों से जोहान्सबर्ग में नहीं हारी Team India
भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के लिए जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में शानदार ट्रैक रिकॉर्ड है। पिछले 29 सालों से भारत को इस मैदान पर हार नहीं मिली है। जी हां, पिछले 29 सालों में इस मैदान पर भारत ने 5 मैच खेले हैं, जिसमें से 2 मैचों में टीम इंडिया ने जीत दर्ज की है, तो वहीं 3 मैच ड्रॉ रहे हैं।
इस शानदार ट्रैक रिकॉर्ड को देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय टीम इस मैच को जीतकर सीरीज पर कब्जा जमा सकती है। इसके अलावा विराट कोहली के आंकड़े भी इस मैदान पर काफी शानदार हैं।
दो टेस्ट में कैप्टन कोहली ने 77.50 के बेहतरीन औसत के साथ 310 रन बनाए हैं। खास बात ये है कि चार पारियों में विराट ने तीन बार 50+ का स्कोर बनाया है। जोहान्सबर्ग में कोहली के नाम पर एक शतक और एक अर्धशतक दर्ज है।
2- क्विंटन डी कॉक के जाने से टीम हुई और कमजोर
सेंचुरियन में मिली हार के बाद साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। हार से टीम उबर भी नहीं पाई थी और डी कॉक के संन्यास से टीम को दूसरा झटका लगा।
29 वर्षीय डी कॉक के जाने से टीम की बल्लेबाजी और कमजोर हो गई है। पहले मैच में अफ्रीकी गेंदबाजों ने तो अच्छी गेंदबाजी की थी, लेकिन बल्लेबाज बोर्ड पर पर्याप्त रन लगाने में नाकामियाब रहे थे। अब डी कॉक की गैरमौजूदगी में काइल वेरेने को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। लेकिन उन्होंने अब तक सिर्फ 2 टेस्ट मैच ही खेले हैं।
सेंचुरियन में मिली हार के बाद कप्तान डीन एल्गर ने स्वीकार किया था दोनों टीमों की बल्लेबाजी जीत का अंतर रही। अब भारतीय गेंदबाज और हावी होकर मैच को भारत के पक्ष में कर, इतिहास रचना चाहेंगे।
3- सलामी जोड़ी दिला सकती है भारत को जीत
यदि टीम के सलामी बल्लेबाजों की बात करें, भारतीय ओपनर्स इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में मयंक अग्रवाल और केएल राहुल ने पहली पारी में 117 रनों की शतकीय साझेदारी की थी। केएल ने शानदार शतकीय (123) पारी खेल भारत को बढ़त दिलाई थी।
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि SENA देशों में यदि ओपनर्स टीम को अच्छी शुरुआत दें, तो टीम का पलड़ा भारी हो जाता है। ऐसे में वांडरर्स में भी भारतीय ओपनर्स के कंधे पर अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी होगी।
Team India ने सेंचुरियन टेस्ट मैच को जीतकर सीरीज में 1-0 की बढत तो हासिल की ही है। साथ ही टीम के खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे होंगे, जो जोहान्सबर्ग में उनके प्रदर्शन में मदद करेगा।