Team India: आईसीसी T20 विश्वकप 2022 का आगाज़ ऑस्ट्रेलिया में अगले महीने यानि अक्टूबर की 16 तारिख से होने वाला है. जिसके लिए सभी टीमें जमकर तैयारी कर रही हैं. ऐसे में भारतीय टीम भी विश्वकप को लेकर काफी ज़्यादा टीम में बदलाव कर रही है और वर्ल्डकप के लिए अपनी बेस्ट प्लेइंग 11 ढूंढ रही है.
विश्वकप से पहले भारत इस समय ऑस्ट्रेलिया से 3 मैचों की एक रोमांचक T20 सीरीज़ खेल रहा है. जिसके जरिए एक बार फिर टीम में घातक और अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ की वापसी हुई है. जो टीम इंडिया (Team India) के लिए आगामी विश्वकप में जीत की अहम भूमिका निभा सकता है.
जसप्रीत बुमराह ने ली भारतीय टीम में एंट्री
भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के अनुभवी तेज़ तर्रार गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने ढाई महीने बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर T20 मैच से टीम इंडिया की प्लेइंग-11 में वापसी की है. दरअसल, बुमराह चोटिल होने के चलते काफी समय से टीम से बाहर थे. जिसके चलते वह एशिया कप 2022 में भी भाग नहीं ले पाए थे. जिसका खामियाज़ा भी टीम को भुगतना पड़ा.
उनकी गैरमौजूदगी में एशिया कप में भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी काफी ज़्यादा फीकी नज़र आ रही थी. भारत (Team India) ने सुपर 4 में लगातार पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ अपने लक्ष्य का बचाव करते हुए मैच गंवाया था. जिसकी मुख्य वजह टीम इंडिया की तेज़ गेंदबाज़ी बनी. अगर बुमराह उन मुकाबलों में होते तो शायद मैच का नतीजा कुछ और होता.
इतना ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले T20I में अनफिट होने की वजह से जस्सी वो मुकाबला भी नहीं खेल पाए थे. ग़ौरतलब है कि वो मैच भी भारत 208 रनों जितना विशाल लक्ष्य बनाकर हार गई थी.
बूम-बूम ने दूसरे T20I में की दमदार वापसी
अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह दूसरे T20I से पहले पूरी तरह से फिट हो गए थे. जिसके चलते उन्हें टीम में भी शामिल किया था. वहीं ढाई महीने बाद चोट से वापसी कर रहे बुमराह ने उस मुकाबले में एक बार फिर साबित कर दिया कि आखिर उनकी गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों में क्यों की जाती है.
उन्होंने अपने ओवर के पहले ही स्पेल में अच्छी लय में लग रहे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच को तेज़ तर्रार लो फुल टॉस गेंद डालकर क्लीन बोल्ड किया था. फिंच उस समय 31 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे और तेज़ गति से रन बनाने को देख रहे थे. लेकिन बुमराह की घातक गेंदबाज़ी ने ऑस्ट्रेलियाई पारी पर ब्रेक लगाने का काम किया.
अगर फिंच थोड़ी देर पिच पर और टिक जाते तो कंगारू आराम से भारत को 8 ओवर में 100 से ऊपर रनों का लक्ष्य दे सकता था. बहरहाल, जस्सी के टीम में वापसी आने से एक बार फिर टीम इंडिया (Team India) का तेज़ गेंदबाज़ी यूनिट काफी ज़्यादा मज़बूत और खतरनाक लग रहा है. ऐसे में जसप्रीत बुमराह आगामी T20 विश्वकप में भी भारत की जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं.