टी20 सीरीज में टीम इंडिया को खल रही इस खिलाड़ी की कमी, अपनी इगो के चलते कोच गंभीर नहीं ले गए ऑस्ट्रेलिया
Published - 01 Nov 2025, 04:09 PM | Updated - 01 Nov 2025, 04:13 PM
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज (IND vs AUS) में टीम इंडिया की एक बड़ी कमी उजागर हुई है, एक ऐसे अहम खिलाड़ी की अनुपस्थिति जिसकी मौजूदगी बड़ा बदलाव ला सकती थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य कोच गौतम गंभीर ने व्यक्तिगत मतभेदों और अहंकार के टकराव के कारण उन्हें टीम में शामिल नहीं करने का फैसला किया। इस फैसले ने प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच बहस छेड़ दी है, जिनका मानना है कि इससे टीम का संतुलन बिगड़ गया है।
भारत के मध्यक्रम और फिनिशिंग की कमजोरी ने उनकी अहमियत को और बढ़ा दिया है। जैसे-जैसे IND vs AUS सीरीज आगे बढ़ रही है, यह सवाल और भी तेज होता जा रहा है कि क्या गंभीर का यह फैसला एक महंगी गलती थी।
IND vs AUS टी20 सीरीज में टीम इंडिया को खल रही इस खिलाड़ी की कमी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज में भारतीय टीम के प्रदर्शन ने बता दिया है कि टीम को एक और अच्छे गेंदबाज की जरूरत है। हालांकि, यह कमी सीरीज से पहले ही पूरी की जा सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि चयनकर्ता और कोच गौतम गंभीर की सोच इससे अलग थी।
हम यहां बात रहे हैं तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की, जिसने पिछले कुछ समय से लगातार अपने प्रदर्शन से सभी को चौंकाया है। बावजूद इसके वनडे टीम में खिलाने के बाद IND vs AUS टी20 सीरीज के लिए उनपर ध्यान नहीं दिया गया।
कथित तौर पर मुख्य कोच गौतम गंभीर द्वारा हर्षित राणा जैसे युवा तेज गेंदबाजों को तरजीह देने के कारण सिराज को दरकिनार किया गया। हालांकि सिराज वनडे टीम का हिस्सा थे, लेकिन टी20 टीम से उनके बाहर होने से प्रशंसकों और विशेषज्ञों में चिंताएं बढ़ गई हैं, जिनका मानना है कि उनका अनुभव और आक्रामकता एक मज़बूत ऑस्ट्रेलियाई लाइनअप के खिलाफ अहम साबित हो सकती थी।
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IND vs AUS वनडे सीरीजी में सिराज का मिश्रित लेकिन प्रभावशाली प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (IND vs AUS) हाल ही में समाप्त हुई वनडे सीरीज में मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन मिश्रित रहा, लेकिन फिर भी वे अपनी ऊर्जा और प्रतिबद्धता से छाप छोड़ने में कामयाब रहे।
पहले वनडे में, उन्होंने सिर्फ़ चार ओवर फेंके और बिना कोई विकेट लिए 21 रन दिए, लेकिन एक शानदार एक-हाथ के कैच से ध्यान खींचा जिससे एक बाउंड्री बच गई - एक ऐसा पल जिसने टीम के साथियों और कमेंटेटरों, दोनों की सराहना बटोरी।
दूसरे वनडे में, सिराज ने पूरे 10 ओवर फेंके, 49 रन दिए और एक विकेट लिया, साथ ही बीच के ओवरों में कड़ा नियंत्रण बनाए रखा। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तीसरे वनडे में रहा, जहाँ उन्होंने 10 ओवरों में 24 रन देकर 1 विकेट लिया, जिसमें उन्होंने सीम और स्विंग का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया।
तीनों मैचों में, उन्होंने सराहनीय इकॉनमी रेट से दो विकेट लिए और सीरीज के सबसे किफायती गेंदबाजों में से एक रहे। उनकी फील्डिंग और फिटनेस भी बेहतरीन रही, जो सीमित ओवरों के प्रारूप में एक संपूर्ण पैकेज के रूप में उनकी अहमियत को दर्शाती है।
IND vs AUS टी20 सीरीज में सिराज के अनुभव की कमी खली
सिराज को टीम में न रखना टी20 सीरीज (IND vs AUS) में भारत के लिए महंगा साबित हुआ है, जहां पावरप्ले और डेथ ओवरों में गेंदबाजी में निरंतरता और नियंत्रण की कमी रही है। दबाव में उछाल, स्विंग और यॉर्कर फेंकने की उनकी क्षमता ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर खेल का रुख बदल सकती थी।
इसके बजाय, चयनकर्ताओं ने हर्षित राणा को मौका देने का फैसला किया, जिसे कई लोग एक जुआ मानते हैं जो अब तक कारगर नहीं रहा है। राणा ने सिर्फ आखिरी वनडे में चार विकेट लिए थे, उसके अलावा, IND vs AUS टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में 30 प्ल्स रन बनाए।
सिराज के बिना, भारत की गेंदबाजी इकाई रन रोकने और शुरुआती विकेट लेने में संघर्ष कर रही है - ऐसा सिराज अक्सर अपनी नई गेंद से करते हैं। उनकी अनुपस्थिति ने गेंदबाजी विभाग में टीम के नेतृत्व को भी प्रभावित किया है, जहां युवा तेज गेंदबाजो को उनका मार्गदर्शन अमूल्य है।
गंभीर की चयन नीति सवालों के घेरे में
रिपोर्ट्स बताते हैं कि IND vs AUS टी20 सीरीज में सिराज को टीम से बाहर करने का कारण केवल उनका प्रदर्शन नहीं, बल्कि उनके और मुख्य कोच गौतम गंभीर के बीच मतभेद भी हैं।
"भविष्य की योजना" के लिए उभरते हुए गेंदबाजों को प्राथमिकता देने के कोच के फैसले ने बहस छेड़ दी है, खासकर ऐसे समय में जब भारत 2026 टी20 विश्व कप के लिए एक स्थिर कोर टीम बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
नए चेहरों के साथ प्रयोग करने की गंभीर की मंशा समझ में आती है, लेकिन मोहम्मद सिराज जैसे मैच-विजेता खिलाड़ी को नजरअंदाज करना इस सीरीज में उलटा पड़ गया। भारत को गेंदबाजी विभाग में लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में सवाल बने हुए हैं—क्या सिराज को टीम से बाहर करना एक रणनीतिक कदम था या अहंकार से प्रेरित एक निजी फैसला?
कारण जो भी हो, एक बात स्पष्ट है कि भारत इस बेहद अहम टी20 सीरीज (IND vs AUS) में मोहम्मद सिराज की आक्रामकता, सटीकता और अनुभव की कमी महसूस कर रहा है।
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