मैनचेस्टर टेस्ट के बीच पसरा मातम, दिग्गज के निधन से सदमें में टीम इंडिया
Published - 24 Jul 2025, 11:15 AM | Updated - 25 Jul 2025, 02:23 AM

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इंग्लैंड और भारत के बीच मैनचेस्टर टेस्ट (Manchester Test) अपने पूरे रोमांच पर है. 23 जुलाई से शुरू हुए इस मैच में इंग्लिश खिलाडियों ने दमदार प्रदर्शन कर भारतीय बल्लेबाज़ों पर कहर बरपाया और टीम को जीत दिलाने की नींव रखी. इस बीच भारतीय स्टार बल्लेबाज़ ऋषभ पंत की इंजरी ने भी टीम समस्याओं को बढ़ा दिया है.
जहां एक ओर मैनचेस्टर टेस्ट (Manchester Test) में गेंद और बल्ले की जंग जारी है, तो दूसरी ओर एक खबर ने भारतीय खेमे समेत पूरे क्रिकेट जगत को गहरे शोक में डुबो दिया है. क्रिकेट जगत की एक जानी-मानी हस्ती का अचानक निधन हो गया है, जिससे क्रिकेट फैंस के बीच शोक की लहर दौड़ गई है.
Manchester Test के बीच क्रिकेट फैंस के लिए आई बुरी खबर
मैनचेस्टर (Manchester Test) में इंग्लैंड और भारत के बीच चल रहे पांच मैच की टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले के दौरान क्रिकेट फैंस को गहरा सदमा लगा है. बांग्लादेश क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और अनुभवी क्रिकेटर-अंपायर मीर बिलायत हुसैन (Mir Belayet Hossain) का 70 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. उनके निधन की खबर से मैनचेस्टर में मौजूद भारतीय और इंग्लिश टीम में भी शोक की लहर दौड़ गई है.
1 जुलाई 1955 को बांग्लादेश के माइमेनसिंह जिले में जन्मे मीर बिलायत हुसैन का क्रिकेट से लगाव बचपन से ही गहरा था. यह वो समय था जब बांग्लादेश क्रिकेट ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कदम तक नहीं रखा था. ऐसे में घरेलू स्तर पर खेलना और खुद को साबित करना किसी चुनौती से कम नहीं था.
Manchester Test: बचपन से ही था क्रिकेट से गहरा लगाव
मीर बिलायत हुसैन का नाम बांग्लादेश क्रिकेट के इतिहास में हमेशा 1979 के आईसीसी ट्रॉफी टूर्नामेंट के लिए याद किया जाएगा. यह बांग्लादेश का पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट था और इसमें उनको विकेटकीपर के तौर पर चुना गया था. अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने सभी का ध्यान अपनी और खींचा.
उन्होंने अबाहानी, कालाबागान, रूपाली बैंक, अग्रणी बैंक और धानमंडी क्लब जैसी प्रतिष्ठित टीमों का प्रतिनिधित्व किया. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने होमटाउन माइमेनसिंह जिला के लिए भी नेशनल क्रिकेट चैंपियनशिप में कई सालो तक शानदार प्रदर्शन किया.
Manchester Test: क्रिकेटर से अम्पायर बनने तक का किया सफर तय
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी मीर बिलायत हुसैन इस खेल से जुड़े रहे. उनका अगला किरदार बना अंपायर और मैच रेफरी का. उन्होंने अपने अंपायरिंग करियर में कुल 79 फर्स्ट-क्लास, 81 लिस्ट ए और 1 टी20 मैच में मैच रेफरी की भूमिका निभाई.
उनकी ईमानदारी, अनुशासन और निष्पक्ष निर्णयों के लिए उन्हें खिलाड़ियों से भरपूर सम्मान मिलता था. मीर हुसैन ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के क्षेत्रीय विकास प्रबंधक के रूप में भी काम किया. इस भूमिका में उन्होंने उभरते क्रिकेटरों को ट्रेनिंग, गाइडेंस और प्लेटफॉर्म देने का प्रयास किया. वे युवा खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत रहे, जिन्होंने उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीखा.
मैनचेस्टर टेस्ट (Manchester Test) के दौरान बांग्लादेश क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज़ मीर बिलायत हुसैन (Mir Belayet Hossain) का 70 की उम्र में निधन हो गया है.
क्रिकेटर से अम्पायर और रेफरी तक का सफर – बतौर खिलाडी संन्यास के बाद उन्होंने 79 फर्स्ट-क्लास, 81 लिस्ट ए और 1 टी20 मैच में मैच रेफरी और अंपायर की भूमिका निभाई।
1979 आईसीसी ट्रॉफी में बांग्लादेश के पहले अंतरराष्ट्रीय सफर के हिस्सा – मीर बिलायत हुसैन को विकेटकीपर के रूप में चुना गया था और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन कर बांग्लादेश क्रिकेट की नींव रखने में अहम भूमिका निभाई।
घरेलू क्रिकेट के चमकते सितारे – अबाहानी, कालाबागान, रूपाली बैंक, अग्रणी बैंक और धानमंडी क्लब जैसी प्रतिष्ठित टीमों के लिए खेले, साथ ही माइमेनसिंह जिला की तरफ से नेशनल चैंपियनशिप में वर्षों तक योगदान दिया।
BCB के क्षेत्रीय विकास प्रबंधक के रूप में योगदान – युवा क्रिकेटरों को मार्गदर्शन और प्लेटफॉर्म देने में अहम भूमिका निभाई, और बांग्लादेश क्रिकेट के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाई।
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