Suresh Raina: भारत और वेस्टइंडीज के बीच 5 मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला रविवार को खेला गया. जिसमें टीम इंडिया को 8 विकेट से हार से सामना करना पड़ा. इस तरह भारतीय टीम में ODI सीरीज 3-2 से गंवा दी. लेकिन इस दौरे पर एक युवा ने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया.
मानों ऐसा लगा रहा है कि मैन इन ब्लू को दूसरा सुरेश रैना (Suresh Raina) मिल गया हो. ये खिलाड़ी रैना की तरह विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए मैच फिनिश करने में माहिर है. वहीं जरूरत पड़ने पर बॉलिंग में विकेट भी दिलवा देता है. आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं उस खिलाड़ी धुरंधर प्लेयर के बारे में...
टीम इंडिया को मिला दूसरा Suresh Raina
सुरेश रैना (Suresh Raina) ने क्रिकेट से भले ही संन्यास ले लिया हो. लेकिन उन्होंने टीम के लिए जो योगदान दिया है. वह अपने आप में अमूल्य हैं. जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है. रैना उन विश्व के उन चार बल्लेबाजों में शामिल है. जिन्होंने टी20 विश्व कप में शतक लगाया है. रैना ने 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ शतक जड़ा है. इसके अलावा उन्होंनें अपनी ताबड़ातोड़ बल्लेबाज से टीम कई अहम मैच जिताए हैं.
वहीं अब टीम इंडिया को सुरेश रैना जैसा बल्लेबाज मिल गया. जो बिल्कुल उन्हीं के अंदाज में बल्लेबाजी कर टीम इंडिया मैच जीता रहा है. उस खिलाड़ी का तिलक वर्मा (Tilak Varma) हैं. इस बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज नें वेस्टइंडीज के खिलाफ मिडिल ऑर्डर में जमकर रन बनाए. तिलक ने टी20 सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर रहे. उन्होने 5 मैचों में 58 की औसत से 176 रन बनाए.
हार्दिक से भी एक कदम आगे निकले तिलक वर्मा
वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली हार के बाद भारतीय ऑलराउंडर फैंस के निशाने पर आ गए हैं, क्योंकि उन्होंने 5वें मुकाबले में पांड्या ने 18 गेंदों में सिर्फ 14 रन बनाए. जोकि इस प्रारूप में काफी धीमी बल्लेबाजी मानी जाएगी. वहीं हार्दिक ने पहला ओवर कराया जिसमें काफी महंगे साबित हुए. कप्तान में काफी गलतियां की. मगर तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने अपने शानदार प्रदर्शन से दबदबा बनाए रखा. तिलक को धुआंधार बल्लेबाजी करने के लिए जाना जाता है. इस बात से लगभग सभी परिचित है.
लेकिन वह बॉलिंग भी करा लेते हैं. शायद यह बात बहुत कम ही क्रिकेट प्रेमियों का मालूम होगी. जी हां, तिलक ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 ओवर गेंदबाजी की. जिसमें 17 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया. जहां कप्तान हार्दिक पांड्या विकेट लेते के लिए बेबस नजर आ रहे थे. दूसरी तरफ तिलक वर्मा अपनी फिरकी पर कैबरियाई बल्लेबाजों को नचा रहे थे. इसलिए उन्हें सुरेश रैना (Suresh Raina) का बेहतर विकल्प माना जा रहा है.