Team India: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने वाले कुछ खिलाड़ी तो अपने खेल की वजह से जाने जाते हैं जबकि कुछ अपने करियर के दौरान हुए विवादों की वजह से चर्चा में रहते हैं. टीम इंडिया (Team India) के लिए खेल चुके एक खिलाड़ी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. उसका छोटा करियर विवादों से भरा रहा है. आईए जानते हैं उस खिलाड़ी के करियर और उससे जुड़े विवादों के बारे में...
2008 में किया था टीम इंडिया के लिए डेब्यू
हम बात कर रहे हैं मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) की जिन्होंने टीम इंडिया (Team India) के लिए 2008 में डेब्यू किया था. तिवारी का अंतराष्ट्रीय करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा और वे भारतीय टीम के लिए सिर्फ 12 वनडे और 3 टी 20 खेल सके. वनडे में उनके नाम एक शतक सहित 287 रन हैं. मनोज बंगाल की तरफ से लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट खेले और कप्तानी भी की. वे बंगाल के लिए वे 148 प्रथम श्रेणी मैचों में 30 शतक लगाते हुए 10,195 रन बना चुके हैं.
वाइफ के कहने पर संन्यास से की थी वापसी
टीम इंडिया (Team India) में मौका न मिलने और बंगाल के युवा खिलाड़ियों को अवसर देने के उद्देश्य से मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) ने 2023 में क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था लेकिन अपनी वाइफ के कहने पर यूटर्न लेते हुए वे क्रिकेट में फिर से एक साल के लिए वापस लौटे और रणजी ट्रॉफी 2024 में बंगाल की कप्तानी की और टीम के टूर्नामेंट के बाहर होने के साथ ही उन्होंने फिर संन्यास का ऐलान कर दिया. फिलहाल वे बंगाल में खेल मंत्री हैं.
विवादों से भरा रहा करियर
मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) अपने क्रिकेट करियर के दौरान खेल से ज्यादा विवाद की वजह से चर्चा में रहे हैं. 2015 में उनकी गौतम गंभीर से दिल्ली कोलकाता मैच के दौरान लड़ाई हो गई थी. तिवारी ने गंभीर पर सौरव गांगुली को गाली देने का आरोप लगाया था. वे घरेलू मैचों के दौरान खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रुम में परेशानी संबंधी आरोप भी कई राज्य क्रिकेट बोर्ड पर लगा चुके हैं. हाल ही में संन्यास के बाद टीम इंडिया (Team India) के इस खिलाड़ी ने एमएस धोनी पर उन्हें राष्ट्रीय टीम से बाहर करने का आरोप लगाया था.
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