Team India: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच चौथा टेस्ट मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जा रहा है. पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 250 रन बना लिए हैं और मैच में मजबूत पकड़ बना ली है. जिसके बाद टीम इंडिया के लिए मुश्किल पैदा हो सकती है. मैच के पहले दिन के खेल में टीम इंडिया का प्रदर्शन बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा. उनकी इस परफ़ॉर्मेंस से चौथा टेस्ट मैंच रोहित शर्मा एंड कंपनी की गिरफ्त से निकलका हुआ नजर आ रहा हैं. यह है तीन मुख्य कारण...
1. दूसरी और चौथी पारी में बल्लेबाजी करना मुश्किल होगा
सीरीज का आखिरी मैच वर्ल्ड के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है. इस पिच पहले दिन बल्लेबाजों का बोलबाला देखने को मिला है. सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के बल्ले पर गेंद अच्छी तरह से आ रही है. जिसकी वजह से उन्होंने भारत के खिलाफ शतक जड़ दिया है.
लेकिन जैसे -जैसे इस पिच पर दिन का खेल आगे बढ़ता चला जाएगा. वैसे-वैसे पिच पहले दिन मुकाबले खराब होती चली जाएगी. वही अगर ऑस्ट्रेलिया दूसरे दिन के पहले सेशन में पिपट भी जाती है. तो दूसरे दिन और चौथे दिन टीम इंडिया को बल्लेोबाजी करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
2. भारतीय स्पिनरों का प्रदर्शन रहा बिल्कुल साधारण
अब भारतीय स्पिनर गेंदबाजों की करते हैं. क्योंकि अभी खेले गए तीनों मुकाबले में स्पिनर गेंदबाजों बोलबाला देखने को मिला है. रविचंद्रन अश्विन और जडेजा ने अपने फिरकी से कंगारू बल्लेबाजों की कमर तोड़ रख दी. अश्विन और जडेजा दोनों ही गेंदबाज़ों ने नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच में कहर बरपाया था.
इसमें अश्विन ने कुल 8 विकेट और जडेजा ने 7 विकेट चटकाए थे. लेकिन अहमदाबाद मुकाबले में दोनों ही खिलाड़ी विकेच लेने के तरसते हुए नजर आए. अश्विन ने 25 ओवर गेंदबाजी जिसमें सिर्फ एक विकेट ही हासिल कर सके. जबकि ऐसा कुछ हाल जडेजा का देखने को मिला. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इस पिच पर स्पिनरों को मद्द नहीं मिलने वाली है. जिसकी वजह से टीम इंडिया (Team India) के हाथ से यह मैच फिसल सकता है.
3. मध्यक्रम के बल्लेबाज पूर तरह से किया निराश
तीसरा और मुख्य कारण है टीम इंडिया का मध्यक्रम. जिसने अपनी बल्लेबाजी से पूरी तरह से निराश किया है. टीम इंडिया (Team India) ने भले शुरूआती दो मुकाबले जीत लिए हो लेकिन मिडिल ऑर्डर का उसमें कतई भी योगदान नहीं रहा है. विराट कोहली पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए हैं. उनके बल्ले से तीनों टेस्ट मैच में कोई अर्धशतक नहीं आया है. उन्होंने दूसरे मुकाबले में 44 रनों सर्वाधिक पारी खेली थी.
ऐसा ही हाल कुछ पुजारा का है. उन्होंने इंदौर में तीसरे मुकाबले एक अर्धशतकीय पारी खेली थी. उसके अलावा उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. अब बात श्रेयस अय्यर की करते हैं जो मीडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अय्यर एक भी बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं रहे है. ऐसे में देखने यह होगा क्या इस मैच में मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज इस मिथक को तोड़ पाते है या नहीं.