भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला 20 सितंबर को मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया. इस मैच में टीम इंडिया (Team India) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 209 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर रखा. लेकिन भारत की खराब गेंदबाजी के चलते कंगारूओं ने ये मुकाबला 19 वें ओवर में ही जीत लिया.
ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि अगले महीले ऑस्ट्रेलिया खेले जाने वाले टी20 विश्व कप में इस खराब प्रदर्शन के साथ टीम इंडिया कैसे जीत सकती है? चलिए जानते हैं कि अगर विश्व कप से पहले टीम इंडिया (Team India) अपनी इन 3 बड़ी कमजोरियों को दूर कर लेती हैं, तो भारत को टी20 विश्व कप जीतने कोई नहीं रोक सकता है.
1. डेथ ओवरों में गेंदबाजों को कसना होगा शिकंजा
टीम इंडिया (Team India) की धाकड़ बल्लेबाजी के लिए विश्व भर में जाना जाता है. लेकिन पिछले कुछ समय से भारतीय टीम की गेंदबाजी ने काफी जग हंसाई कराई है. इसका सबके बड़ा और पहला कारण भारत की गेंदबाज़ी बेहद ही ख़राब रही है. T20I में 200+ रन डिफेंड करने के लिए पर्याप्त माने जाते हैं फिर चाहे मैच किसी भी मैदान में हो रहा हो, लेकिन भारतीय गेंदबाज 200रन पर डिफेंड भी डिफेंड नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे हार मिलना तो तय है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले मुकाबले में टीम इंडिया डेथ ओवरों में फिड्डी साबित हुए है. भारत को 4 ओवरों में जीत के लिए 60 रन चाहिए थे. उसके बावजूद भी गेंदबाजों ने मैच अपने हाथ से निकाल दिया.
अक्षर पटेल (Axar Patel) को छोड़ दिया जाए तो कोई भी गेंदबाजले लिए हो,मगर उनकी इकॉनमी भी खराब ही रही है. भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) चार ओवर में 44 रन , उमेश यादव (Umesh Yadav) दो ओवर में 27 रन, हर्षल पटेल (Harshal Patel) चार ओवर में 49 रन और हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) दो ओवर में 22 रन दिए और चहल को भी काफी मार पड़ी. ऐसी खराब गेंदबाजी से टीम इंडिया (Team India) भला कैसे जीत सकती है? अगर डेथ ओवरों में काबू पा लिया जाए तो टीम इंडिया के मैच जीतने कोई नहीं रोक सकता हैं.
2. स्टार बल्लेबाजों का रन नहीं बनाना
इस बात में किसी कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि टीम की उसकी ताकत बल्लेबाजी है. लेकिन एशिया कप 2022 में भारत का ये मजबूत पक्ष सबसे बड़ी कमजोरी के रूप में सामने आया है. पहले सलामी बल्लेबाजी जोड़ी की बात करे तो रोहित शर्मा-केएल राहुल पॉवर प्ले उस तरह की बल्लेबाजी नहीं कर पाए जिसके लिए जाने जाते है. रोहित शर्मा-केएल राहुल ने साल 2016-22 तक 32 बार पारी की शुरूआत की है. जिसमें 54 की औसत से 1660 रन बनाए. वो बेस्ट सलामी जोड़ी के मामले में 4 स्थान पर आते हैं.
लेकिन एशिया कप 2022 में बेरंग नजर आए. उन्होंने एक भी मैच में पचास रन की साझेदारी नहीं की. ऐसा ही कुछ हाल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ देखने को मिला, वही विराट कोहली अफगानिस्तान के खिलाफ 71वां शतक लगाकर वापसी करने की कोशिश की, मगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक बार फिर 1 रन बनाकर आउट हो गए सूर्यकुमार को भी लगातार रन बनाने होंगें और दिनेश कार्तिक को अपना रोल समझना होगा तभी टी20 विश्व कप पर कब्जा जमाया जा सकता है.
फील्डर्स को मैदान पर करना होगा एक्स्ट्रा एफर्ट
क्रिकेट की दुनिया में कहा जाता है कि कैच छोड़ा मैच छोड़ा, कैच पकड़ों और मैच जीतों. ऐसा ही कुछ करिश्मा भारतीय खिलाड़ियों को मैदान पर करना होगा. हाई स्कोरिंग मैच में विकेट लेने के मौके कम ही मिलते है, क्योंकि खिलाड़ी अपना विकेट आसानी से नहीं गंवाते हैं. ऐसे में आपको अच्छी फिल्डिंग से मौके मुनाने पड़ते है. अगर एक मैच में तीन कैच चपकाए जाएंगे तो टीम इंडिया कैसे मैच जीत सकती है.
ऐसा ही कुछ नजारा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले मुकाबले में देखने को मिला. कैमरून ग्रीन का कैच अक्षर पटेल ने छोड़ा, उस समय वो 42 रन बनाकर खेल रहे थे. उसके बाद केएल राहुल ने अक्षर की गेंद पर लॉन्ग ऑफ पर स्टीव स्मिथ का कैच टपकाया. तब स्मिथ ने 15 गेंदों में 19 रन बनाए थे. हर्षल पटेल ने अपनी ही गेंद पर मैथ्यू वेड का कैच छोड़ाय वेड उस समय 23 रन बनाकर खेल रहे थे.
उसके बाद वेड 21 गेंदों में नाबाद 45 रनों की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए भारत के हाथ से मैच छीन लिया. अगर भारतीय खिलाड़ी अपनी इन गलतियों से सबक लेते हुए सीखते हैं तो उन्हें विश्व कप जीतने में काफी मद्द मिल सकती है.