BAN vs IND: केएल राहुल की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) कल यानि 14 दिसंबर को बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेलने वाली है। वनडे शृंखला में हार के बाद अब मेहमानों के पास टेस्ट में अपनी साख बचाने के लिए मैदान पर उतरना होगा।
हालांकि इस बीच टीम इंडिया (Team India) किस प्लेइंग एलेवन के साथ सामने आएगी। इसको लेकर संशय बना हुआ है, साथ ही लगातार चोटिल हो रहे खिलाड़ियों की वजह से यह संकट और भी ज्यादा गहरा गया है। हालांकि इस बीच 3 खिलाड़ी ऐसे भी है जिन्हें प्रबंधन मुख्य 11 में जगह देने से जरूर कतराएगा।
1. कुलदीप यादव
लगभग 2 साल के बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले कुलदीप यादव शायद ही बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए नजर आए। क्योंकि स्पिन विकल्प के तौर पर अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन टीम प्रबंधन की पहली पसंद हो सकते हैं। क्योंकि यह दोनों ही खिलाड़ी बल्लेबाजी करना तो जानते हैं ही, वहीं हालिया फॉर्म भी उनके हित में है।
कुलदीप (Kuldeep Yadav) ने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला साल 2021 की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। जिसके बाद उन्हें सीमित प्रारूप के साथ ही टेस्ट से भी बाहर बिठा दिया गया था। साल 2022 में आईपीएल के बाद से कुलदीप ने एक और बार नैशनल टीम (Team India) में वापसी की है।
2. नवदीप सैनी
तूफ़ानी गेंदबाज नवदीप सैनी (Navdeep Saini) को मोहम्मद शमी की जगह बांग्लादेश टेस्ट सीरीज में मौका दिया गया है। हाल ही में वह भारत-ए के साथ बांग्लादेश के खिलाफ ही खेल रहे थे, जहां उन्होंने गेंद के साथ ही बल्ले से भी कहर बरपाते हुए अपना योगदान दिया था। सैनी को मौजूदा फॉर्म और उनकी काबिलियत के मुताबिक प्लेइंग एलेवन में जगह आवश्यक रूप से देनी चाहिए।
लेकिन उमेश यादव, मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) और जयदेव उनादकट जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के बीच उन्हें अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता हैलिहाजा उन्हें किसी खिलाड़ी के बैकअप के तौर पर ही इस्तेमाल किया जा सकता है।
3. शार्दुल ठाकुर
हरफनमौला खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर तीसरे ऐसे नाम है जिन्हें बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में शायद ही खेलने का मौका मिल पाए। वनडे सीरीज के तीनों मैच में शार्दुल को प्लेइंग एलेवन में जगह दी गई थी। लेकिन उनका प्रदर्शन खासा प्रभावी नहीं था। दूसरी ओर अश्विन की टेस्ट टीम में मौजूदगी से भारत को नंबर-8 तक बल्लेबाजी का विकल्प मिल जाता है।
ऐसे में ठाकुर (Shardul Thakur) का किरदार टीम में स्पष्ट होना मुश्किल हो सकता है। इन सबके विपरीत चट्टोग्राम की पिच पर टीम इंडिया अतितिक्त तेज गेंदबाज के विकल्प के अलावा स्पिनर के साथ जाने में अधिक सहज महसूस कर सकता है।
यह भी पढ़ें - करियर के शुरूआत में जिगरी दोस्त थे यह भारतीय 3 खिलाड़ी, अब बन गए हैं एक-दूसरे के दुश्मन