इस साल के अंत में भारतीय टीम (Team India) साउथ अफ्रीका (India Tour of South Africa) दौरे पर जाएगी. इस दौरे पर दोनों के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. पहला टेस्ट मुकाबलें में दोनों टीमों का आमन-सामना केप टाउन में 17 से 21 दिसंबर को होगा. यह टेस्ट सीरीज फ्रीडम ट्रॉफी के रूप में खेली जाएगी. दूसरा टेस्ट टेस्ट मैच 23 से 30 दिसंबर के बीच सेंचुरियन में आयोजित होगा.
वहीं तीसरा टेस्ट मैच 3 से 7 जनवरी को बीच केप टाउन में ही खेला जाएगा. इस दौरे पर भारतीय सीनियर खिलाड़ियों की भी वापसी होगी जिन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जा रही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में आराम दिया गया है.
लेकिन, इस बीच कुछ ऐसे खिलाड़ी भी उभरे हैं जो मौके की तलाश में हैं और घरेलू क्रिकेट में भी उनका अच्छा प्रदर्शन रहा है. हम अपनी इस खास रिपोर्ट में ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्हें साउथ अफ्रीका दौरे पर भारतीय क्रिकेट (Team India) में जगह मिलनी चाहिए.
हनुमा विहारी
इस लिस्ट में पहला नाम भारतीय टीम (Team India) के मध्यक्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) का आता है. जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट फॉर्मेट में भी अच्छा खासा अनुभव है. लेकिन, बीते कुछ वक्त से वो बेंच पर सिर्फ टीम के दर्शक के तौर पर नजर आ रहे हैं. यहां तक कि हनुमा विहारी को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट सीरीज में भी मौका नहीं दिया गया. उन्हें इस समय इंडिया ए टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भेजा गया है.
उन्हें हालिया घरेलू टेस्ट सीरीज से बाहर करने के बाद फैंस बेहद नाराज नजर आए थे. इतना ही नहीं उन्होंने खुद अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए एक अजीबो-गरीब पोस्ट किया था. जिसमें उन्होंने (,) कॉमा का इस्तेमाल किया था. इसके जरिए वो क्या संते देने की कोशिश कर रहे हैं फिलहाल इस बारे में तो कुछ नहीं कहा जा सकता. लेकिन, उनके अतंर्राष्ट्रीय करियर पर एक नजर डालें तो उन्होंने अभी तक भारत की ओर से कुल 12 टेस्ट मैच खेले हैं.
इन 12 मैचों में 23.84 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने कुल 634 रन बनाए हैं. जिसमें 1 शतक और 4 अर्धशतक शामिल है. इतना ही नहीं फर्स्ट क्लास में भी उनका रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है. अभी तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 95 मैच में 54.78 की बेहद शानदार औसत से 7, 276 रन बनाए हैं. इस पारी में 27 शतक और 37 अर्धशतक शामिल है. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 308* रन रहा है. विहारी के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए साउथ अफ्रीका दौरे पर मौका दिया जाना चाहिए.
जयदेव उनादकट
इस लिस्ट में दूसरा बड़ा नाम जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) का आता है जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट फॉर्मेट में कुछ खास अनुभव तो नहीं है. लेकिन, पिछले 9 सालों से वो मौके की तलाश में हैं. घरेलू क्रिकेट में उनादकट लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन, बीसीसीआई चयनकर्ता उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं. उन्हें पहली बार टेस्ट फॉर्मेट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी डेब्यू करने का मौका मिला था.
उनादकट का डेब्यू कुछ खास अच्छा नहीं रहा था. लेकिन, उन्हें इसके बाद खुद को साबित करने का मौका ही नहीं दिया गया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ मिले पहले मैच में वो काफी महंगे साबित हुए थे. 3.88 की इकोनॉमी रेट से उन्होंने रन खर्च किए थे और एक भी सफलता उनके हाथ नहीं लगी थी. टेस्ट फॉर्मेट में डेब्यू किए उन्हें पूरे 10 साल हो चुके हैं और बीते 9 साल दूसरे मौके के लिए तरस रहे है.
फिलहाल उनादकट के फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने अब तक 78 मुकाबले खेले हैं. 89 मैच की 152 पारियों में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 327 विकेट चटकाए है. उनका इकोनॉमी रेट महज 2.94 का रहा है. इस प्रदर्शन को देखते हुए कह सकते हैं कि उनादकट को इस दौरे पर मौका भारतीय टीम (Team India) की ओर से दिया जाना चाहिए.
श्रीकर भरत
इस लिस्ट में आखिरी और तीसरा नाम भारतीय विकेटकीपर श्रीकर भरत (Srikar Bharat) का आता है. जो इसी साल आईपीएल 2021 में अपने प्रदर्शन की वजह से छाए हुए थे. इस समय कानपुर टेस्ट मैच में साहा की इंजरी के चलते उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल के तीसरे दिन उतारा गया था. उस दौरान उन्होंने कई कीवी खिलाड़ियों का विकेट लेने में गेंदबाजों की मदद की.
खास बात तो ये है न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें बल्लेबाज और विकेटकीपर के तौर पर स्क्वॉड में शामिल किया है. हालांकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें डेब्यू का मौका अभी तक नहीं मिला है. लेकिन, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका काफी शानदार रिकॉर्ड रहा है. 78 मैचों 37.24 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 4383 रन बनाए हैं.
इस पारी में भरत के बल्ले से 9 शतक और 53 अर्धशतक निकले हैं. जबकि उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 308 रन की रही है. भरत के इस प्रदर्शन को देखते हुए ये कह सकते हैं कि उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम (Team India) की ओर खेलने का मौका दिया जाना चाहिए.