श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज में उतरी टीम इंडिया (Team India) को 1-2 से श्रृंखला पर हार का सामना करना पड़ा है. आखिर के दो मुकाबले पर मेजबान टीम ने अपना दबदबा कायम रखा और सीरीज को अपने नाम करने में कामयाब रही. लेकिन, इस दौरे पर भारतीय टीम के साथ पहुंचे कुछ खिलाड़ी एपना 100 प्रतिशत देने में नाकामयाब रहे. इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि, अब इनका टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर खतरे में है.
इस खास रिपोर्ट में हम टीम इंडिया के उन्हीं तीन बल्लेबाजों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिनका पत्ता 20 ओवर के लिमिटेड प्रारूप से खत्म हो सकता है. क्या है इसकी वजह, जानिए इस रिपोर्ट के जरिए...
1. शिखर धवन
इस लिस्ट में हम सबसे पहले बात करने जा रहे हैं टीम इंडिया (Team India) के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की, जिनका करियर 20 ओवर के निर्धारित प्रारूप में अब खतरे में दिखाई दे रहा है. श्रीलंका दौरे पर कप्तान के तौर पर पहुंचे धवन के बल्ले से सिर्फ पहले मैच में 46 रन निकले थे. इसके बाद दूसरे मैच में वो फिर बड़ी पारी (40 रन) खेलने से चूक गए. जबकि तीसरे मुकाबले में गोल्डन डक आउट होकर उन्होंने अपने नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज करा लिया है.
अब तक इस प्रारूप में एक भी भारतीय खिलाड़ी गोल्डन डक आउट नहीं हुआ है. बात करें उनके टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की तो उनका बल्लेबाजी औसत बेहद हैरान करने वाला है. भारत की ओर से उन्होंने अब तक कुल 67 मैच खेले हैं. जिसमें सिर्फ 27 की औसत से उन्होंने 1759 रन बनाए हैं. इस पारी में सिर्फ 11 अर्धशतक शामिल है. जबकि उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं निकल सका है.
श्रीलंका के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप से पहले उनके पास खुद को साबित करने का आखिरी मौका था, जिसे उन्होंने गंवा दिया. उनके इस औसत को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि, अब टी20 प्रारूप में उनका करियर खत्म हो सकता है.
2. मनीष पांडे
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर बात करने जा रहे हैं टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाजी मनीष पांडे की, जिन्हें मौका तो मिला. लेकिन, उस मौके को भुनाने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे. काफी वक्त बाद श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया में उन्हें शामिल किया गया था. इतना ही नहीं उन्हें लंका के खिलाफ तीन ODI सीरीज में मौका भी दिया गया. लेकिन, जब भी बल्ले से उनकी टीम को जरूरत पड़ी, वो फेल हो गए.
इसके बाद टी20 सीरीज में उन्हें खेलने का मौका ही नहीं दिया गया. एक भी मुकाबले की प्लेइंग इलेवन में उन्हें शामिल नहीं किया गया. उन्होंने आखिरी बार भारत की ओर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2020 में टी20 मुकाबला खेला था. इसके बाद से वो इस प्रारूप से वो बाहर रहे हैं. भारतीय टीम की ओर से उन्होंने अब तक 39 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं.
इन मुकाबलो में 44.31 की औसत से उन्होंने कुल 709 रन ही बनाए है. इस पारी में उनके बल्ले से सिर्फ 3 अर्धशतक ही निकले है. उनका बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट 126.16 का रहा है. भले ही मनीष पांडे का औसत और स्ट्राइक रेट ठीक रहा है. लेकिन, बड़ी पारी खेलने में हमेशा ही वो नाकामयाब रहे हैं. इसका अंदाजा आप उनके 3 अर्धशतक से लगा सकते हैं. उनके रिकॉर्ड इस बात की गवाही दे रहे हैं कि, अब टी20 फॉर्मेट में उनका करियर खत्म हो सकता है.
3. संजू सैमसन
इस लिस्ट में तीसरे और आखिरी नंबर पर बात करते हैं विकेटकीपर और बल्लेबाज संजू सैमसन की, जिनका बल्ला आईपीएल में तो चलता है. लेकिन, टीम इंडिया (Team India) में चुनाव होने के बाद वो विरोधी टीम के खिलाफ फेल हो जाते हैं. इसका बड़ा उदारहण श्रीलंका दौरे पर देखने को मिला है. पहले टी20 में उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई. इस मैच में वो सिर्फ 27 रन ही बना सके थे.
इसके बाद दूसरे मुकाबले में 9 खिलाड़ियों के बाहर होने के बाद वो फिर से टीम इंडिया की ओर से खेलने उतरे. लेकिन उनके बल्ले से सिर्फ 7 रन ही निकल सके. जबकि तीसरे मैच में बिना खाता खोले ही वो पवेलियन लौट गए. इस पूरी सीरीज में उनका स्ट्राइक रेट भी काफी खराब रहा. उनके बल्लेबाजी प्रदर्शन से भारत को सिर्फ निराशा हाथ लगी.
भारतीय टीम की ओर से उन्होंने अब तक कुल 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं. जिसमें उनके बल्ले से 11.7 की बेहद खराब औसत से सिर्फ 117 रन निकले हैं. टी20 में उनके इस प्रदर्शन और आंकड़े को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि, इस फॉर्मेस से अब उनका करियर खत्म हो सकता है.