टीम इंडिया के तीन ऐसे कप्तान जिनमें वर्ल्ड कप जिताने की थी काबिलियत, लेकिन किस्मत ने ऐन मौके पर दे दिया धोखा
Published - 10 Aug 2022, 05:17 PM

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Team India: भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई दिग्गज कप्तान आए और टीम के प्रदर्शन को सांतवे आसमान पर ले जाने की पूरी कोशिश की, और कई लेकर भी गए. हालांकि अगर टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों की बात करें तो महेंद्र सिंह धोनी का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर आता है. माही ने भारत (Team India) को T20 वर्ल्डकप, वनडे वर्ल्डकप, चैंपियंस ट्रॉफी जैसे सारे आईसीसी टूर्नामेंट्स जितवाए हैं.
वहीं कपिल देव ने भारत को पहला वर्ल्डकप जितवाया था. इसके अलावा भारतीय टीम के कई ऐसे अन्य काबिल कप्तान भी रहे हैं जो टीम इंडिया को विश्वकप जितवा सकते थे. लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया. या यूं कहें कि सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स में उनका लक नहीं चला. तो आइये ऐसे में बात करते हैं भारतीय टीम के 3 ऐसे कप्तानों की जिनके पास वर्ल्डकप जीतने की पूरी काबिलियत थी लेकिन उनकी किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया.
1) विराट कोहली
भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे बड़े नामों में से एक और गज़ब के बल्लेबाज़ विराट कोहली शानदार कप्तान थे. उनकी अगुवाई में टीम (Team India) का प्रदर्शन लाजवाब था. इतना ही नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए उनसे ज़्यादा सफल कप्तान आज तक कोई नहीं रहा.
कोहली अपनी कप्तानी में टीम (Team India) को एक अलग लेवल पर ले गए थे. उनका नाम भी भारत के सफल कप्तानों में लिया जाता लेकिन वह टीम को कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जितवा पाए. कोहली की कप्तानी में टीम ने 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी, 2019 का वनडे वर्ल्डकप, 2019-21 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और 2021 का T20 वर्ल्डकप खेला है. जिसमें टीम क्रमश: फ़ाइनल, सेमीफाइनल, फ़ाइनल और ग्रुप स्टेज में बाहर हो गई थी.
2) सौरव गांगुली
सौरव गांगुली भी भारतीय टीम (Team India) के उन काबिल कप्तानों में से हैं जिनकी अगुवाई में टीम ने काफी बुलंदिया छुई हैं लेकिन वह कभी-भी टीम को वर्ल्डकप नहीं जितवा पाए. दादा के नेतृत्व में भारत ने 2003 का वनडे वर्ल्डकप खेला था. जिसमें टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करके दिखाया था लेकिन फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टीम समेत सभी भारतीय फैंस के सपने चूर-चूर कर दिए थे.
ऑस्ट्रेलिया ने 2003 के वर्ल्डकप फाइनल में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत के सामने 360 रनों का पहाड़नुमा लक्ष्य रखा था. जिसका पीछा करते हुए टीम इंडिया 234 रनों पर ही ऑलआउट हो गई थी. भारत के पास 1983 के बाद विश्वकप जीतने का यह सबसे अच्छा मौका था.
3) राहुल द्रविड़
"द वॉल" के नाम से मशहूर भारतीय टीम (Team India) के क्लास बल्लेबाज़ राहुल द्रविड़ एक समय टीम के कप्तान भी रह चुके हैं, और उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने 2007 का वनडे वर्ल्डकप भी खेला है. द्रविड़ भी एक प्रतिभाशाली कप्तान थे, और टीम को वर्ल्डकप जितवाने की काबिलियत उनमे कूट-कूटकर भरी थी.
लेकिन राहुल की अगुवाई में, वेस्टइंडीज़ में आयोजियत किए गए 2007 के वनडे वर्ल्डकप में भारत का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था. टीम ग्रुप स्टेज का पड़ाव भी उस विश्वकप में पार नहीं कर पाई थी. बांग्लादेश और श्रीलंका से ग्रुप स्टेज में मिली हार के कारण टीम आगे नहीं जा पाई थी.