17 अक्टूबर से T20 विश्वकप शुरू होने वाला है, जिसमें जौहर दिखाने के लिए सभी टीमें कमर कस चुकी हैं। यहां तक कि वो अपने-अपने खिलाड़ियों के नाम भी बता चुकी हैं। वैसे तो इस खेल में सिर्फ 120 गेंदें ही होती हैं, लेकिन कुछ आक्रामक बल्लेबाजों के दम पर टीमें बड़े स्कोर को बहुत ही आराम से बना लेती हैं।
अब तो खेल में इतना बदलाव आ चुका है कि पिछले दशक में जीतने रन 50 ओवर के मैच में बन पाते थे उतने तो आजकल सिर्फ 20 ओवर में ही बना दिए जाते हैं। ऐसे में आज हम T20 विश्वकप के इतिहास में आज तक बने कुछ सबसे बड़े स्कोरों की बात करेंगे।
T20 विश्वकप में इन टीमों के नाम हैं सबसे बड़े स्कोर
1. श्रीलंका (260/6 बनाम केन्या, 2007)
2007 में T20 विश्वकप की शुरुआत हुई थी और इस पहले टूर्नामेंट के आठवें ही मैच में एक बेहतरीन बल्लेबाजी रिकॉर्ड बन गया जो आज तक कायम है। इस मैच में श्रीलंका और केन्या की टीमें आमने-सामने थीं। बता दें कि टी20 क्रिकेट का यह कुल 27वां ही मैच था। मैच में केन्या ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण चुना और श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया।
मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए लंका के बल्लेबाजों ने तहलका मचा दिया। टीम के सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने तो 44 गेंदों में 4 छक्कों व 11 चौकों की मदद से 88 रन बना दिए। लेकिन, मुख्य आकर्षण रही जेहन मुबारक की पारी, जिन्होंने 13 गेंदों में ही 5 छक्कों व 3 चौकों के माध्यम से 46 रन बना दिए थे। बता दें कि इन बल्लेबाजों के दम पर टीम ने 20 ओवर में ही 260 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया था। मैच में केन्या की टीम को 172 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
2. इंग्लैंड (230/8 बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2016)
18 मार्च 2016 को T20 विश्वकप के छठे संस्करण का 18 वां मैच खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें आमने-सामने थीं। मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी की और दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी की। अफ्रीका ने हासिम अमला (58), क्विंटन डिकॉक (52) और जेपी डुमिनी (54) के शानदार अर्धशतकों की मदद से 4 विकेट खोकर 229 रन बनाए थे।
इसके बाद लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने जेसन रॉय (15 गेंद में 43 रन) और जो रूट (44 गेंद में 83रन) के आक्रामक रुख की मदद से 19.4 ओवर में ही 230 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। हालांकि इस मैच में बड़े लक्ष्य का पीछा करते समय इंग्लैंड के आठ विकेट गिर गए थे। यह टी20 विश्व कप का दूसरा सर्वोच्च स्कोर है।
3. दक्षिण अफ्रीका (229/4 बनाम इंग्लैंड, 2016)
18 मार्च 2016 को T20 विश्व कप के छठे संस्करण का 18 वां मैच खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें अपने खेल का प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह से तैयार थीं। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और दक्षिण अफ्रीका को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। अफ्रीका ने हासिम अमला (58), क्विंटन डिकॉक (52) और जेपी डुमिनी (54) के शानदार अर्धशतकों की मदद से 4 विकेट खोकर 229 रन बनाए थे। यह टी20 विश्वकप का तीसरा सर्वोच्च स्कोर है।
हालांकि इसके बाद इंग्लैंड की टीम के बल्लेबाजों ने जो रूट (83 रन) की अगुआई में जीत दर्ज कर ली। इस मैच के अलावा भी दक्षिण अफ्रीका ने पहले 2009 टी20 विश्वकप में स्कॉटलैंड के खिलाफ 5 विकेट खोकर 211 रन बनाए थे और 130 रन से जीत दर्ज की थी। सिर्फ इतना ही नहीं अफ्रीका ने 2016 विश्वकप में भी अफगानिस्तान के खिलाफ 5 विकेट खोकर 209 रन बनाए व 37 रन से जीत दर्ज की थी।
4. भारत (218/4 बनाम इंग्लैंड, 2007)
19 सितम्बर 2007 में पहले T20 विश्वकप का 21वां मैच टी20 क्रिकेट के सबसे यादगार दिनों में से एक है। यह मैच इंग्लैंड और भारत जैसी दो सबसे ताकतवर टीमों के बीच खेला गया था। इस मैच में भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी, इस पूरे टूर्नामेंट में भारतीय सलामी बल्लेबाज पूरे शबाब में थे। इंग्लैंड के खिलाफ भी इस मैच में दोनों सलामी बल्लेबाजों वीरेंद्र सहवाग (52 गेंद में 68 रन) और गौतम गम्भीर (41 गेंद में 58 रन) ने बड़े स्कोर की नींव रखी।
इन दोनों के 19वें ओवर के ठीक पहले भारतीय आलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह और इंग्लिश आलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ के बीच नोंकझोंक हो गई थी। इसके बाद 19वें ओवर में युवराज ने स्टुअर्ट ब्रॉड की छह गेंदों पर छह छक्के जड़ दिए थे और फिर इंडिया का स्कोर 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 218 पर पहुंचा दिया। इसके बाद जब इंग्लैंड बल्लेबाजी के लिए उतरी तब इरफान पठान और आरपी सिंह की तेज गेंदबाजी के दम पर भारत ने इंग्लैंड को 18 रन से मात दे दी।