T20 World Cup 2022: साल 2007 में पहले टी20 वर्ल्ड कप को अपने नाम करने के बाद टीम इंडिया दोबारा यह कारनामा करने में नाकाम रही है. ऑस्ट्रेलिया की धरती पर 16 अक्टूबर से शुरू होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2022 में जीत के लिए पूरी तैयारी कर रही है. भारत की बल्लेबाजी काफी मजबूत नज़र आती है लेकिन क्या टीम की ये मजबूती उनकी कमजोरी तो साबित नहीं होने वाली है? जी हाँ हम बात कर रहे हैं भारतीय टॉप आर्डर रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली की.
कोहली, रोहित और राहुल तीनों खिलाड़ी वर्ल्ड क्रिकेट में किसी भी पहचान के मोहताज नहीं है. इन तीनों ही बल्लेबाजों पर वर्ल्ड कप में जीत की अहम जिम्मेदारी रहने वाली है. तीनों ही खिलाड़ियों के रन बनाने पर किसी भी गेंदबाज़ी आक्रमण की धज्जियाँ उड़ सकती हैं लेकिन, अगर यह तीनों ही खिलाड़ी अपनी एक छोटी सी गलती में सुधार नहीं लायेंगे तो भारतीय टीम का वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) जीतने का सपना एक बार फिर से टूट सकता है.
लेफ्ट आर्म फ़ास्ट बॉलर के सामने कमज़ोर
हाल फिलहाल में रोहित शर्मा और विराट कोहली बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के साथ काफी कमजोर नज़र आ रहे हैं. टी20 मैचों में अगर आंकड़ों पर नज़र डालें तो रोहित को अभी तक 19 बार जबकि कोहली ने भी 13 बार अपना विकेट लेफ्ट आर्म पेसर के हाथों गवायाँ है. विकेट गवाँना एक चिंता का विषय है लेकिन दोनों ही खिलाड़ियों ने लगभग 134 के स्ट्राइक रेट के लेफ्ट आर्म पेसर के खिलाफ रन भी बनाये हैं. लेकिन इतनी ज्यादा बार एक ऐसे ही गेंदबाज़ के सामने आउट होने निश्चित ही किसी कमी की ओर ही इशारा करती है.
पिछले साल पाकिस्तान के शाहीन अफरीदी के सामने भी रोहित और केएल राहुल सस्ते में विकेट गवां बैठे थे. ऐसे में विरोधी टीम भारतीय टॉप आर्डर की इस कमी का फायदा उठाने के लिए भरपूर कोशिश करेगी. तो अगर भारत को वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) जीतने का सपना पूरा करना है तो टॉप आर्डर को अपने इस लेफ्ट आर्म फ़ास्ट बॉलर के बुरे सपने का समाधान जरुर करना होगा.
बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी
टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा और केएल राहुल दोनों ही लम्बे समय से यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं. दोनों ही खिलाड़ियों की तकनीक बेहतरीन है. लेफ्ट और राईट हैण्ड का कॉम्बिनेशन भी बेहतर है लेकिन दोनों ही खिलाड़ी एक अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में कामयाब हो रहे हैं. यही हाल कोहली का भी दिखाई दे रहा है.
विराट कोहली ने भले ही एशिया कप में शतक लगाया हो लेकिन टूर्नामेंट जीतने में भारतीय टीम सफल नहीं हुई जिसका एक कारण खराब शुरुआत भी कही जा सकती है. ऐसे में अगर रोहित-राहुल और कोहली जल्दबाजी में अपना विकेट गवां देते है तो वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) जीतना काफी मुश्किल नज़र आता है. ऐसे में देखने वाली बात होगी की कैसे भारत का टॉप आर्डर अपनी इस कमी में सुधार लाता है.
पिछले वर्ल्ड कप में साबित हुए थे फ्लॉप
अगर हम पिछले वर्ल्ड कप 2021 में प्रदर्शन की बात करें तो रोहित और कोहली का प्रदर्शन काफी खराब रहा था. जहाँ एक तरफ रोहित शर्मा ने खेले गये 5 मैचों में सिर्फ 174 रन बनाए वहीं पर कोहली ने इतने ही मैचों में सिर्फ 68 रन बनाए थे. दोनों खिलाड़ियों का औसत 34 का रहा था जिसमें उनके बल्ले से एक-एक बड़ी पारी निकली लेकिन, बाकी मैचों में वो फ्लॉप साबित हुए. कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक लगाया तो रोहित भी अफगानिस्तान और स्कॉटलैंड जैसी टीमों के सामने ही रन बना पाए.
वहीं अगर बात करें केएल राहुल की तो वो भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 194 रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. उन्होंने तीन अर्धशतक भी लगाये लेकिन बड़ी टीमों के खिलाफ प्रदर्शन में करने में वो नाकाम रहे. इसके बाद चोट की वजह से भी राहुल लम्बे समय से टीम से बाहर रहने के बाद टीम में वापसी करने के बाद एशिया कप में कोई बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं हुए. अब टी20 वर्ल्ड कप में उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है वरना वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) जीतने का सपना सपना ही रह जायेगा.