टी20 विश्वकप 2022 (T20 WC 2022) के आगाज का इंतजार अब बस कुछ ही घंटों में खत्म होने वाला है। दुनिया की तमाम धुरंधर टीमें कल यानि 16 अक्टूबर से लगभग 1 महीने के अंतराल के बीच एक दूसरे के खिलाफ मैदान में नजर आने वाली है। क्रिकेट समर्थकों के बीच इस टूर्नामेंट को लेकर उत्साह गजब का है, साथ ही आईसीसी की ओर से क्रिकेट के महादंगल में कई नए नियम लागू करने का ऐलान किया है। लेकिन इस बीच एक नियम ऐसा भी है जिसपर विश्वकप में हिस्सा ले रही किसी भी टीम का कप्तान राजी नहीं है।
T20 WC 2022 के सभी कप्तानों ने मांकडिंग को नहीं दिया समर्थन
दरअसल, आज यानि 15 अक्टूबर को टी20 विश्वकप (T20 WC 2022) में हिस्सा ले रही सभी 16 टीमों के कप्तानों की संयुक्त प्रेस वार्ता की गई थी। जिसमें कप्तानों ने पत्रकारों के तीखे सवालों का बखूबी जवाब दिया, लेकिन एक सवाल ने हर एक कप्तान को असहज कर दिया। प्रेस वार्ता के दौरान पूछा गया कि कौन मांकडिंग (Mankading) यानि नॉन स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज को आउट करने के समर्थन में है।
साथ ही कहा गया कि जो भी इसके पक्ष में हैं हाथ उठाकर अपना समर्थन दे सकता है। लेकिन किसी भी कप्तान ने नहीं उठाया। हालांकि इस दौरान भारत के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) मंच पर मौजूद नहीं थे। क्योंकि यह वाक्य दूसरे ग्रुप के कप्तानों से वार्ता के दौरान हुआ था।
मांकडिंग को लेकर 2 भागों में बंटा है क्रिकेट जगत
इसके साथ ही मेजबान टीम ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरॉन फिंच ने मांकडिंग के बारे में बात करते हुए कहा कि नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज को एक चेतावनी दे देनी चाहिए। अगर इसके बावजूद कोई सुधार नहीं होता तो यह करना सही है। अन्यथा वह मांकडिंग को पसंद नहीं करते हैं। गौरतलब है कि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने इसी प्रकार की चेतावनी देकर बल्लेबाज को चेताया था।
इसके अलावा भारत के गेंदबाज दीपक चाहर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बल्लेबाज से मांकडिंग के जरिए छेड़ खानी की लेकिन उन्हें आउट नहीं किया। इस समय मांकडिंग को लेकर क्रिकेट जगत 2 हिस्सों में बंटा हुआ है, इस नियम ने विवाद का मोड़ तब लिया जब भारत की महिला खिलाड़ी ने इंग्लैंड में चार्ली डीन को मांकडिंग के जरिए आउट कर दिया था। अब देखना दिलचस्प होता है कि टी20 विश्वकप में (T20 WC 2022) में मांकडिंग का इस्तेमाल होता है या नहीं।