New Update
जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) टीम इंडिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में एक हैं. उन्होंने अपनी घातक बॉलिंग का लोहा भारत नहीं बल्कि विश्व भर में मनवाया है. खेल पंड़ितों की माने तो बुमराह सफेद बॉल क्रिकेट में दुनिया से सबसे अच्छे बॉलर्स में एक हैं.
क्या आप जानते हैं भारतीय में जसप्रीत बुमराह जैसा एक ओर खिलाड़ी रहा है. जिसने ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों कों चुनौती पेश की. लेकिन, आज वह टैलेंटेड खिलाड़ी 1 मैच खेलने के बाद गुमनामी का शिकार है.
ये खिलाड़ी बन सकता था दूसरा Jasprit Bumrah
- भारतीय क्रिकेट इतिहास में बल्लेबाजों की बात को काफी की जाती है. लेकिन, इस बदलने का काम जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने किया है.
- उनकी बेहतरीन गेंदबाजी के चलते बॉलर्स भी बात होना शुरू हो गई है अन्यथा भारत में बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए सुना जाता था .
- आज लाखों युवा बॉलर्स बल्ले का समना देख रहे बुमराह को अपना आइडियल मानते हैं. उनके जैसा सफल गेंदबाज बनने का सपना देखते हैं
- साल 2022 में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में टी नटराजन की टीम इंडिया में एंट्री हुई थी. जिन्होंने अपने पहले विदेश दौरे पर ऑस्ट्रेलिया में गहरी थाप छोड़ी.
- लेकिन, चयनकर्ताओ ने इस गेंदबाज को पूरी तरह से नकार दिया है जो भविष्य में दूसका बुमराह बन सकता था.
टी नटराजन को चयनकर्ताओं ने किया नजर अंदाज
- तमिलनाडु में लोग लेफ्ट आर्म मीडियम फ़ास्ट बॉलर टी नटराजन को चयनकर्ताओं ने नजर अंदाज करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
- नटराजन ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 7 मैचों में 13 विकेट अपने नाम किए.
- इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की खास बात यह कि नटराजन शुरूआत और डेथ ओवर्स में किफायती गेंदबाजी करते हैं.
- उन सबके बावजूद भी इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में वापसी का मौका नहीं दिया जा रहा है. नटराजन पिछले 4 साल से टीम से बाहर चल रहे हैं.
नटराजन इंटरनेशनल करियर
- टी नटराजन के इंटरनेशल करियर पर नजर डाले तो उन्होंने साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में हिस्सा लिया.
- यह सीरीज उनके करियर की आखिरी सीरीज साबित हुई. नटराजन ने 1 टेस्ट खेला है. जिसमें 3 विकेट अपने नाम किए.
- जबकि 2 वनडे मैचों में 3 और 7 टी मुकाबलों में 7 विकेट अपने खाते में जोड़े हैं.
यह भी पढ़े: श्रेयस अय्यर ने कोलकाता रेप केस पर बुलंद की आवाज, बोले – “इतने सालों से कुछ नहीं बदला और अब…”