Suryakumar Yadav: भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज़ का तीसरा और आखिरी मुकाबला 30 नवंबर बुधवार को क्राइस्टचर्च में खेला गया. जिसमें केन विलियमसन के नेतृत्व वाली कीवी टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. जोकि अब तक काफी असरदार भी साबित हुआ है.
भारतीय टीम अच्छी शुरुआत करने में पूरी तरह से नाकाम रही. सलामी बल्लेबाज फ्लॉप रहे, वहीं टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव इस मैच में अपनी छाप नहीं छोड़ पाए. सूर्य (Suryakumar Yadav) इस पूरी वनडे श्रृंखला में ही फ्लॉप रहे हैं. तो आइये ऐसे में जानते हैं कि उनके फ्लॉप होने की बड़ी वजह क्या रही है.
Suryakumar Yadav इस वजह से हुए वनडे में फ्लॉप
भारतीय क्रिकेट टीम के विस्फोटक मध्य क्रम के बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का बल्ला न्यूज़ीलैंड के खिलाफ T20 श्रृंखला में जमकर गरजा है. उन्होंने एक शानदार शतक भी जड़ा था. लेकिन आखिर क्यों वह वनडे श्रृंखला में पूरी तरह से फ्लॉप हो गए? आइये जानते हैं.
दरअसल, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पूरी वनडे श्रृंखला में सूर्य की पोज़िशन में काफी बदलाव देखने को मिला. जहां पहले मैच और तीसरे मैच में उन्हें पांचवे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजा गया. वहीं दूसरे वनडे में उन्हें तीसरे नंबर पर भेजा गया. इसका असर उनकी बल्लेबाज़ी पर देखने को भी मिला.
SKY ने तीसरे नंबर पर वनडे में 136 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की है. हालांकि सबसे ज़्यादा 9 बार वह एकदिवसीय में पांचवे पायदान पर खेले हैं, जिस पर उन्होंने 275 रन बनाए हैं. लेकिन वह इस पोज़िशन पर इतने अच्छे स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी नहीं कर पाए. ऐसे में अगर टीम इंडिया उन्हें तीसरे नंबर पर खिलाती तो T20 की तरह वनडे में भी उनका जमकर गरजता.
2) फील्ड को भेद पाने में नाकाम
एकदिवसीय प्रारूप में फील्डिंग का बहुत ज़्यादा महत्व होता है. T20 से वनडे की फील्डिंग काफी ज़्यादा अलग होती है. जिसके चलत इस प्रारूप में रन बनाना और भी ज़्यादा मुश्किल होता है. सरल सभदों में कहे तो वनडे में T20 से ज़्यादा अटैकिंग फील्डिंग होती है. जिसमें सूर्य फस जाते हैं.
सूर्य वनडे में भी T20 की तरह बड़े-बड़े शॉट्स लगाने की कोशिश करते हैं. लेकिन फील्ड पोज़िशन के चलते वह फस जाते हैं और आउट हो जाते हैं. वहीं आपने अक्सर देखा होगा कि वनडे में सूर्य अक्सर स्लिप पर आउट होते हुए देखे गए हैं. वह स्लिप पर अधिक आउट होते हैं. लेकिन T20 में इतना स्लिप का प्रयोग नहीं होता.
3) वनडे में रहते हैं कन्फ्यूज़
सूर्यकुमार यादव वनडे में काफी ज़्यादा कन्फ्यूज़ नज़र आते हैं. वह कन्फ्यूज़ रहते हैं कि रोक कर खेले या अटैक करें. SKY को बड़े-बड़े शॉट्स खेलने के साथ गेंद को गेप में धकेल कर सिंगल-डबल भी बखूबी लेने आते हैं. लेकिन उन्हें वनडे में अभी इस बात की समझ नहीं है कि उन्हें कब मारना है और कब रुकना है. वह इसके बीच में फस कर रह जाते हैं.
अगर सूर्य इस बात को समझ ले कि कब उन्हें अटैक करना है और कब उन्हें स्ट्राइक रोटेट करनी है तो वह वनडे के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में से एक बन सकते हैं.