Suryakumar Yadav: मंगलवार को गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज (WI vs IND) के बीच 5 टी20 मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला गया. इस मैच में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया. कैरेबियाई टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 159 रन बनाए.
वहीं इस इस लक्ष्य का पीछे करते हुए भारतीय टीम ने 7 विकेट के नुकसान पर 13 शेष गेंद रहते हुए हासिल कर लिया. इस मैच में भारत को मिली जीत के हीरो सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) रहे. जिन्होंने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से विपक्षी टीम के गेंदबाजों के घागे खोलकर रख दिया. सूर्या ने विनिंग पारी के बाद बड़ी प्रतिक्रिया दी है.
Suryakumar Yadav ने जीत बाद दी बड़ी प्रतिक्रिया
वेस्टइंडीज दौरे पर फ्लॉप चल रहे सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) दोबारा फॉर्म में लौट चुके हैं. उन्होंने तीसरे टी20 मुकाबले में 44 गेंदों में 83 रनों की धमाकेदार पारी खेली. उनकी इस पारी में 10 चौके और 4 छक्के देखने को मिले. यादव ने टीम इंडिया की जीत में बड़ा किरदार निभाया. जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया. सूर्यकुमार यादव मैच प्रेजेंटेशन के दौरान अपनी पारी पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा,
''जब मैं पावरप्ले में बल्लेबाजी के लिए गया तो मेरा होना वास्तव में महत्वपूर्ण था. टीम प्रबंधन भी यही चाहता था। मैंने इन (रैंप और स्कूप्स) स्ट्रोक्स का बहुत अभ्यास किया है और मुझे ऐसा करना पसंद है' हमने (खुद और तिलक ने) लंबे समय तक एक साथ बल्लेबाजी की है, हम दोनों समझते हैं कि एक-दूसरे कैसे बल्लेबाजी करते हैं और उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला.''
सूर्यकुमार यादव ने तिलक वर्मा की तारीफ
इस मुकाबले में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के अलावा सबसे ज्यादा जिस खिलाड़ी ने प्रभावित किया है. उस खिलाड़ी नाम तिलक वर्मा है, इस युवा खिलाड़ी में कमाल का टैलेंट है. तिलक हर कंडीशन में बड़ी समझदारी से बल्लेबाजी करते हैं. सूर्या ने भी तिलक की जमकर तारीफ करते हुए कहा,
''बस खुद को अभिव्यक्त करना पसंद है. तिलक के साथ लंबे समय तक बल्लेबाजी की है. हम दोनों एक दूसरे को समझते हैं. उनके लिए साथ बल्लेबाजी करने का दिन था, वह काफी आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे. मुझे अच्छी बल्लेबाजी करने में मदद मिली. दूसरे छोर पर तिलक की शानदार पारी थी.
यह मेरे दिमाग में चल रहा था (कि भारत ने कभी भी लगातार तीन टी20 मैच नहीं हारा है) लेकिन उसी समय हमने टीम मीटिंग में बात की, हमारे कप्तान ने कहा कि किसी को अपना हाथ बढ़ाने और मैच जीतने की जरूरत है, मुझे खुशी है ऐसा करने में सक्षम था.''