Suryakumar Yadav: सूर्यकुमार यादव टी 20 क्रिकेट के बादशाह हैं. लंबे समय से वे आईसीसी के टी 20 रैंकिंग में नंबर 1 की कुर्सी पर काबिज हैं लेकिन वनडे फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन ठीक इसके उल्टा रहा है. वनडे में सूर्या फ्लॉप रहे हैं ऐसा कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए.
हालांकि उसके बावजूद उन्हें वनडे में लगातार मौके मिले और एशिया कप के बाद उन्हें विश्व कप 2023 की टीम में भी रखा गया है. उनके लगातार चयन पर सवाल भी उठ रहे थे.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली वनडे से पहले हुए प्रेस कांफ्रेंस में हेड कोच राहुल द्रविड़ ने सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का बचाव करते हुए उनकी प्रतिभा पर भरोसा जताया था और इस भरोसे पर ये बल्लेबाज खड़ा उतरा है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में अर्धशतक जड़ते हुए टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई है. सूर्या की 50 रनों की पारी से जहां आलोचकों को करारा जवाब मिला है वहीं तीन खिलाड़ियों का वनडे करियर भी खतरे में आ गया है.
श्रेयस अय्यर
मोहाली में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) की 50 रनों की पारी ने जिस बल्लेबाज के लिए वनडे में सबसे ज्यादा खतरा पैदा किया है वो हैं श्रेयस अय्यर. श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को हमेशा वनडे में सूर्या पर प्राथमिकता मिली है. एशिया कप में भी पहले सूर्या को मौका मिला. उनके अनफिट होने के बाद ही सूर्या के लिए जगह बन पाई.
लेकिन श्रेयस पाकिस्तान और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फ्लॉप रहे. उनकी फिटनेस भी हमेशा संदेह के घेरे में रहती है. ऐसे में वनडे में अच्छा रिकॉर्ड रखने वाले श्रेयस की फिटनेस और पिछली दो पारियों में उनका खराब प्रदर्शन उनके लिए आगे की राह मुश्किल कर सकता है.
तिलक वर्मा
तिलक वर्मा (Tilak Varma) का वनडे करियर अभी शुरु ही हुआ है. उन्हें 20 साल की उम्र में ही एक परिपक्व बल्लेबाज के रुप में देखा जाता है. टी 20 में तो उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है लेकिन एकमात्र वनडे में वे असफल रहे थे. उनको वनडे में इसलिए भी मौका दिया गया था क्योंकि सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) इस फॉर्मेट में अपने रंग में नहीं थे लेकिन अब जब वे फॉर्म में आ गए हैं तो तिलक के लिए इस फॉर्मेट का रास्ता कठिन हो गया है.
संजू सैमसन
वनडे में संजू सैमसन (Sanju Samson) का औसत 55 से उपर है जबकि सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का 25 से नीचे. इसी वजह से सूर्या को एशिया कप और विश्व कप में जगह मिलने और संजू को मौका न देने पर बीसीसीआई काफी आलोचना का सामना कर रही है. संजू और उनके फैंस को उम्मीद थी कि वनडे में सूर्या का खराब फॉर्म जारी रहेगा और देर सवेर सैमसन इस फॉर्मेट में अपनी जगह बना लेंगे.
लेकिन स्काई की 50 रनों की पारी ने सैमसन का रास्ता पहले से ज्यादा मुश्किल कर दिया है. हालांकि हम फिर भी कहेंगे कि नए तिलक वर्मा और खराब औसत वाले सूर्या को सैमसन पर प्राथमिकता देकर बीसीसीआई के चयनकर्ताओं ने गलती तो की थी.