वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के स्पिन गेंदबाज सुनील नरेन (Sunil Narine) सफेद गेंद के खेल में दुनिया के सबसे बेहतरीन फिरकी गेंदबाजों में से एक हैं। खासकर क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट टी20 क्रिकेट में इस खिलाड़ी के नाम का सिक्का चलता है। सुनील ने हाल ही में एक क्रिकइन्फो को दिए गए इंटरव्यू में अपने करियर के उतार चढ़ाव के साथ ही कई अन्य पहलुयों के बारे में बात की है, जिसमें उन्होंने टीम इंडिया का जिक्र करते हुए भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज का नाम बताया है।
Sunil Narine ने इन्हें बताया भारत का सबसे महान बल्लेबाज
सुनील नरेन (Sunil Narine) को मुख्य पहचान साल 2012 में आईपीएल से मिली है, गौतम गंभीर की कप्तानी में जब कोलकाता नाइट राइडर्स ने पहली बार खिताब अपने नाम किया था तो उसमें सुनील नरेन की बेहद अहम भूमिका थी। अपने पहले ही सीजन में उन्हें उस साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी करार दिया गया था।
इंटरव्यू के दौरान जब उनसे आईपीएल के उनके पहले सीजन की यादों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे पल बेहद खास था। इस बीच गेंदबाज ने टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का जिक्र करते हुए उन्हें भारत का सबसे महान बल्लेबाज भी बताया। उन्होंने कहा,
"यह एक सपना सच होने के बराबर था, क्रिकेट में कई बार ऐसा होता है कि आप कुछ भी गलत नहीं कर सकते और वह टूर्नामेंट उन समयों में से एक था। दूसरा गेम जो मैंने खेला, मैंने एडम गिलक्रिस्ट को पहले आउट करते हुए पांच विकेट लिए। फिर मुंबई के खिलाफ खेलना और सचिन तेंदुलकर का वह विकेट हासिल करना एक उपलब्धि थी। वह भारत के सबसे महान बल्लेबाज हैं और एक युवा क्रिकेटर के रूप में उनका विकेट लेना बड़ी बात थी।"
मुथैया मुरलीधरन हैं Sunil Narine के प्रेरणा स्त्रोत
सुनील नरेन (Sunil Narine) हमेशा ही मैदान में संजीदा नजर आते हैं, विकेट मिलने के बाद जहां तमाम गेंदबाज जोश से भरकर अलग-अलग प्रकार के सेलिब्रेशन करते है वहीं सुनील के चेहरे के हाव भाव में कोई फर्क नहीं आता है। उनके गेंदबाजी करने का एक्शन भी बाकी गेंदबाजों से बिल्कुल हटके था। इंटरव्यू के दौरान जब उनसे गेंदबाजी में उनकी प्रेरणा के बारे में पूछा गया तो सुनील ने कहा कि वे श्रीलंका के पूर्व स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन (Muthiah Murlidharan) का अनुसरण करते हैं। उन्होंने कहा,
"कैरेबीयन में स्पिन गेंदबाजी को तवज्जो देना कठिन था, क्योंकि वहां पर तेज गेंदबाजों का ही बोलबाला रहता है। मैंने जितनी भी स्पिन गेंदबाजी की है उसके लिए मैंने मुथैया मुरलीधरन से प्रेरणा ली है। विंडीज के पास स्पिनर नहीं थे जो लगातार खेल रहे हो।"