भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) अनकैप्ड खिलाड़ियों के वेतन को लेकर एक बार फिर बयान दिया है. वो इससे पहले 2019 में भी इस मुद्दे को लेकर BCCI को आगाह कर चुके हैं. उनका ये बयान मेगा ऑक्शन से ठीक दो दिन पहले आया है. उनकी टिप्पणी आईपीएल की नीलामी से में क्या कुछ खलल डाल सकती है. वैसे 12 और 13 फरवरी को बेंगलुरु में आईपीएल की नीलामी होनी है, जिसमें 590 खिलाड़ी की किस्मत पर फ्रेंचाइजी बड़ा दांव लगा सकती है.
'पलक झपकते ही करोड़पति बन जाते हैं अनकैप्ड खिलाड़ी'
इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) जैसा बड़ा टूर्नामेंट में खेलने का हर युवा खिलाड़ी का सपना होता है. आईपीएल में खेलने के लिए खिलाड़ियों को काफी मोटी रकम अदा की जाती है. जिसके बाद युवा खिलाड़ियों के जमीं पर पैर नहीं टिकते. वहीं पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) अनकैप्ड खिलाड़ियों से मिलने वाले पैसे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
"मेगा ऑक्शन में हमारे अंडर -19 के कुछ लड़के पलक झपकते ही करोड़पति बन सकते हैं। अंडर -19 स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करना आईपीएल या यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सफलता की गारंटी नहीं देता है जैसा कि वर्षों में देखा गया है। मानकों में अंतर बहुत बड़ा है। बहुत से लोग बहक जाते हैं और अपना ध्यान खो देते हैं और खेल से बाहर हो जाते हैं उचित बात यह होगी कि अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए 1 करोड़ रुपये की सीमा निर्धारित की जाए, ताकि वे जान सकें कि आगे बढ़ने और अधिक कमाने के लिए उन्हें आगे बहुत मेहनत करनी होगी".
इस मुद्दे को लेकर BCCI को लिख चुके हैं पत्र
भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने इस मुद्दे पर पहले भी अपनी राय दी थी. सुनील गावस्कर ने अधिकारियों से अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों (Uncapped Indian Players) के वेतन की सीमा तय करने का आग्रह किया है. इससे पहले 2019 में भी इस मुद्दे को लेकर BCCI को पत्र लिख चुके हैं.
उन्होंने कहा कि अंडर -19 क्रिकेटर्स आइपीएल में आसानी से पैसा कमाने के बाद खराब हो सकते हैं. यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने ऐसा कहा है. साल 2019 में भी, उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को पत्र लिखा था और उन्हें बोलियों पर एक कैप लगाने के लिए कहा था. गावस्कर ने कहा कि भारत के अंडर-19 खिलाड़ियों को समझना चाहिए कि जूनियर और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बीच बहुत बड़ा अंतर है.