IND vs WI: अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आज से 3 मैचों की वनडे सीरीज का आगाज हो चुका है। इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भारत और वेस्ट इंडीज के बीच खेले जा रहे पहले वनडे मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए रोचक बात कही है। सुनील गावस्कर ने पहली बार फुल टाइम कप्तान के तौर पर कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा की तुलना पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से कर दी है।
Sunil Gavaskar ने बदल डाली DRS की परिभाषा
दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी का सही रिव्यू लेने का प्रतिशत बेहद ज्यादा है। धोनी एक चतुर कप्तान के साथ मैदान पर लिए जाने वाले फैसलों के बारे में भी जाने जाते थे। जिसके चलते DRS को धोनी रिव्यू सिस्टम भी कहा जाने लगा था। अब रोहित शर्मा के सही रिवीयू लेने पर गावस्कर (Sunil Gavaskar) का कहना है कि DRS को "डेफीनेटली रोहित सिस्टम" भी कहा जा सकता है। सुनील गावस्कर ने कॉमेंट्री के दौरान कहा कि,
"पहले जब एमएस धोनी सही रिव्यू लेते थे तो इसे धोनी रिव्यू सिस्टम कहा जाता था। अब रोहित शर्मा भी सही निर्णय ले रहे है, इसलिए आप इसे 'डेफिनेटली रोहित सिस्टम ' कह सकते हैं।"
रोहित शर्मा ने 3 बार लिया सही रिव्यू
रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है। टीम इंडिया ने मेहमान टीम पर दबाव बना कर रखा अंत में वेस्ट इंडीज टीम सिर्फ 176 रनों पर ऑल आउट हो गई है। भारत को इस मैच में 3 विकेट DRS के चलते हासिल हुए है। दरअसल इस मैच में अम्पायरिंग कर रहे के. एन अनंत पद्मनाभन ने 3 बार गलत निर्णय दिया। जिस पर रोहित शर्मा ने DRS का इस्तेमाल किया और थर्ड अंपायर ने ऑन फील्ड अंपायर का फैसला बदल दिया।
क्या होता है DRS ?
मॉडर्न डे क्रिकेट में DRS यानी "डीसीजन रिव्यू सिस्टम" की बड़ी अहम भूमिका रहती है। इसके इस्तेमाल से ऑन फील्ड अंपायर के निर्णय की समीक्षा की जा सकती है। अगर समीक्षा के दौरान ऑन अंपायर का फैसला गलत पाया जाता है तो उनसे अपना फैसला बदलने को कहा जाता है। हर टीम को एक वनडे मैच की शुरुआत में में 2 DRS दिए जाते हैं। अगर टीम सही रिव्यू करती है तो DRS कायम रहता है, वहीं अगर कोई टीम गलत रिव्यू लेती है तो उस पारी के लिए DRS रद्द कर दिए जाते हैं।