‘लिटिल मास्टर’ के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर के आज क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे हो गए हैं। उन्होंने 1987 में अपना अखिरी टेस्ट मैच खेला था। लेकिन इतने साल बीत जाने के बावजूद वो आज भी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों पर छाए हुए हैं। आज भी क्रिकेट की दुनिया में अपना पदार्पण करने वाला खिलाड़ी उनके नाम को समाल जरुर करता है। इसके पीछे की वजह है उनके रिकॉर्ड, जो हर किसी को ‘लिटिल मास्टर’ का 'टॉल फैन' बनाते हैं।
आज हम उनके इसी तरह के रिकॉर्ड और किस्सों का जिक्र अपने इस आर्टिकल में करेंगे, और जिक्र करेंगे कि आखिर क्यो दुनिया के लाखों करोड़ो क्रिकेट प्रेमियों के नायक सचिन तेंदुलकर के प्रेणास्रोत भारत के ‘लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर रहे हैं और वह हमेशा से उनकी तरह बनना चाहते थे।
सुनील गावस्कर का तुफानी डेब्यू
आज ही के दिन सुनील गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन यह डेब्यू नहीं, यह एक तूफान था, क्योंकि उन्होंने अपनी पहली ही सीरीज में 774 रन बनाए और पहले दिन से क्रिकेट प्रेमियों के हीरो बन गए।
खास बात यह रही कि भारत ने ‘लिटिल मास्टर’ यानी के नए लड़के की बदौलत वेस्टइंडीज को उसके घर में ही पहली बार टेस्ट सीरीज जीत कर धूल चटा दी थी। इसके तुरंत बाद भारत ने इंग्लैंड में भी जीत दर्ज की।
10,000 हजार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी
71 साल के सुनील गावस्कर ने आज उसी मोटेरा स्टेडियम में क्रिकेट कमेंटरी की जिस स्टेडियम में उन्होंने सबसे पहले 10,000 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने पर दर्ज कराया था। 16 साल लम्बे टेस्ट करियर में उन्होंने 34 शतक और 45 अर्धशतक लगाए हैं।
सुनील गावस्कर ने अपने टेस्ट करियर में कई उपलब्धियो को हासिल किया है, वे टेस्ट सीरीज में दो बार 700 से ज्यादा रन बनाने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं और दिलचस्प यह है कि दोनों ही बार उन्होंने यह कारनामा वेस्टइंडीज के खिलाफ ही किया है। इतना ही नही वे दोनों पारियों में तीन बार शतक जड़ने वाले भारत के इकलौते बल्लेबाज हैं। यही नहीं गावस्कर टेस्ट क्रिकेट की पहली, दूसरी तीसरी और चौथी पारी में 200 से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते क्रिकेटर हैं।
सचिन तेंदुलकर के प्रेणास्रोत ‘लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले साथ ही दुनिया के लाखों करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के नायक सचिन तेंदुलकर के प्रेरणास्रोत भारत के ‘लिटिल मास्टर’ सुनिल गावस्कर रहे हैं और सचिन हमेशा से उनकी तरह बनना चाहते थे।
A tribute to My Idol! 🏏🙏🏼 pic.twitter.com/l6nP89pUQi
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) March 6, 2021
आज सचिन तेंदुलकर ने उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा है, “मेरे आदर्श को समर्पित, आप मेरे हीरो हैं और हमेशा रहेंगे, आपने हमें गर्वान्वित किया है”।
वेस्टइंडीज में गावस्कर दिलादार फैंन्स
वेस्टइंडीज में सुनील गावस्कर के फैंस् का आलाम यह है कि वेस्टइंडीज में लोग अपने बच्चों नाम भी सुनील ही रखते, और नियती देखिये एक बच्चे का नाम उनसे प्रभावित होकर रखा गया और आज वो क्रिकेट में ही धमाल मचा रहा है, उसका नाम है सुनील नारायण। वेस्टइंडीज के लोगों सुनील गावस्कर को इतना सम्मान देते हैं कि पूरे वेस्टइंडीज के हर होटल में उनके लिए हर चीज़ की सुविधा फ्री कर दी हैं।
सुनिल गावस्कर ने दांत में इंजरी होने पर वेस्टइंडीज को धौया
सुनील गावस्कर जब वेस्टइंडीज में अपनी डेब्यू सीरीज खेल रहे थे, उस के आखिरी मैच से पहले नेट प्रैक्टीस के दौरान उनके दांत में इंजरी हो गई थी, और इंजरी इतनी खतरनाक थी की जरा-सा हिलने पर भी उनकी चीख निकल जाती थी।
खास बात यह थी भारतीय टीम के मैनेजर तारा पोर ने दांत को उखड़वाने से लेकर किसी भी तरह की दवाई लेने पर भी बैन लगा दिया था। इसी मैच में भारत ने टॉस जीता और पहले बैटिंग करने का फैसला लिया, लेकिन दांत की उस पीड़ा में सुनील गावस्कर ने पहली पारी में 124 रन ठोके तो वही उन्होंने दूसरी पारी में 220 रन ठोकें जिसकी बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज को मात दी। इसीलिए भारत से लेकर वेस्टइंडीड में तक में उनके फैंस आज भी गावस्कर के नाम के गीत गाते है।