एमएस धोनी: आईपीएल का पहला क्वालिफायर मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच खेला गया. इस मुकाबला को चेन्नई ने 15 रनों से जीतकर से सेमीफाइनल में जगह बना ली है. इस मुकाबले में एमएस धोनी (MS Dhoni) भले ही बल्ले से कोई करिश्मा नहीं दिखा पाए हो. लेकिन उन्होंने अपनी कप्तानी से मैच में वापसी करा दी. धोनी के एक खास बात यह कि वह हर खिलाड़ी से उनका बेस्ट लेना जानते हैं. इसका उदाहरण इस मैच में देखने को मिला.
मिसफील्ड होने पर सुभ्रांशु सेनापती हो गए थे नर्वस
एमएस धोनी (MS Dhoni) आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में एक हैं. उन्होंने आईपीएल के दौरान कितने युवा खिलाड़ियों की जिंदगी सवारने का काम किया है. यह बात किसी से छिपी नही है. वह मैदान पर हमेशा युवा खिलाड़ियों का हौसला अफजाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं.
ऐसा ही कुछ नजारा गुजरात के खिलाफ खेले गए पहले क्वालिफायर में देखने को मिला. दरअसल, इस मैच में 26 साल के सुभ्रांशु सेनापती (Subhranshu Senapati) सब्टीट्यूट फील्डर के तौर पर मैदान पर आए. इस दौरान वह मिड ऑफ पोजिशन में फील्डिंग कर रहे थे तभी 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर उन्होंने मिसफील्ड कर दी. जिसके बाद वह काफी नर्वस हो गए.
एमएस धोनी ने अपने खिलाड़ी बढ़ाया हौसला
धोनी से अपने खिलाड़ी यह हालात देखते हुए उनसे रहा नहीं गया और धोनी ने सुभ्रांशु को नर्वस देखकर उन्हें लंबी सांस लेने के लिए कहा ताकि वह बेहतर महसूस कर सकें. उन्होंने अपने कप्तानी की इस बात को मान लिया. जिसके बादइसी ओवर की चौथी गेंद पर फिर से उनके पास गेंद आई
लेकिन इस बार उन्होंने कोई गतली नहीं की. सेनापतीचीते जैसी फुर्ती दिखाते हुए गेंद को पकड़ लिया और डायरेक्ट हिट मारकर दर्शन नालकंडे को रनआउट कर दिया. इसीलिए धोनी को मिस्टर कूल कहा जाता है वह अपने खिलाड़ी को डाटने की वजाए उससे उसका बेस्ट लेना जानते हैं.
The Calmest Captain Out There!
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) May 23, 2023
(Pic - Jio Cinema/IPL)#IPL2023 #GTvCSK #MSD #Chepauk pic.twitter.com/lgoHI2huHb