भारत और श्रीलंका (India vs Sri lanka) के बीच 17 जुलाई से 3-3 मैचों की की वनडे और टी-20 सीरीज का आगाज होने वाला है. लेकिन, उससे पहले मेजबान टीम की समस्या बढ़ चुकी है. हालांकि इसके साथ ही टीम के लिए अच्छी खबर ये है कि सभी खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है. दरअसल बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर (Grant Flower) की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद बीसीसीआई और SLC लंका खिलाड़ियों के रिपोर्ट का इंतजार बेसब्री से कर रही थी.
विरोधी टीम की बड़ी चिंता
फिलहाल विरोधी टीम के लिए सबसे बड़ी समस्या ये है कि, भारत के खिलाफ होने वाले लिमिटेड ओवर की सीरीज से पहले वो अभ्यास मैच नहीं खेल सकेंगे. क्योंकि श्रीलंका (Sri lanka) की पूरी टीम 5 जुलाई को इंग्लैंड से अपने स्वदेश पहुंची है. ऐसे में प्रोटोकॉल के तहत सभी खिलाड़ियों को 7 दिन तक क्वारंटाइन में रहना है. इसकी अवधि 12 जुलाई को खत्म होगी. ऐसे में खिलाड़ी बिना नेट प्रैक्टिस के ही पहले मुकाबले में टीम इंडिया के खिलाफ उतरेंगे.
श्रीलंका बोर्ड (Sri lanka Board) के प्रोटोकॉल के मुताबिक पहले तीन दिन तक खिलाड़ियों को कमरे से बाहर जाने की अनुमति नहीं है. लेकिन, चौथे दिन से वो सभी जिम और होटल के पूल का इस्तेमाल कर सकेंगे. ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ निराशाजनकर प्रदर्शन कर लौटे श्रीलंकाई खिलाड़ियों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है.
बिना प्रैक्टिस के भारत के खिलाफ खेलना होगा वनडे सीरीज
इसी बीच बोर्ड के चयनकर्ता प्रमोद विक्रमसिंघे ने बातचीत करते हुए कहा कि,
‘हम इस हालात में किसी खिलाड़ी की मदद नहीं कर सकते. टीम को अधिकारियों की ओस से बताए गए सभी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.
जिन खिलाड़ियों का चुनाव किया जाएगा जो इंग्लैंड गए थे, उन्हें भारत के खिलाफ पहले मैच से पहले नेट सेशन मिलने की संभावना नहीं है. लेकिन, अच्छी खबर ये है कि, उनमें से किसी भी खिलाड़ी की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है.
दरअसल भारत के खिलाफ होने वाली श्रृंखला से पहले श्रीलंका (Sri lanka) की टीम इंग्लैंड दौरे पर पहुंची थी. वनडे सीरीज खत्म होने के बाद इंग्लिश टीम के 3 खिलाड़ी समेत 4 सपोर्ट स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ अंग्रेजी बोर्ड को नई टीम का ऐलान करना पड़ा है.