Team India: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फरवरी में खेली जाएगी। पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार मिला है। लेकिन लंबे समय से भारत की टीम पाकिस्तान दौरे पर नहीं आई है। क्योंकि राजनीतिक संबंधों और आतंकवादी गतिविधियों के चलते भारत सरकार ने टीम इंडिया के पाकिस्तान दौरे पर रोक लगा दी है। आखिरी बार भारत के खिलाड़ी 2008 में पड़ोसी देश गए थे। लेकिन उसके बाद नहीं गए। इस बीच अब खेल मंत्रालय की तरफ से पाकिस्तान दौरे को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। क्या है मामला, आइए आपको बताते हैं
खेल मंत्रालय ने Team India को पाकिस्तान दौरे के लिए एनओसी दी
आपको बता दें कि बीसीसीआई ने पाकिस्तान में होने वाली चैंपियन ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया (Team India) को पड़ोसी देश भेजने से मना कर दिया है। बोर्ड ने भारत सरकार का हवाला देते हुए आईसीसी को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपनी टीम को पाकिस्तान दौरे पर भेजने से मना कर दिया है। लेकिन इन सबके बीच भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट टीम को पाकिस्तान में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलने के लिए 'अनापत्ति प्रमाण पत्र' (एनओसी) दे दिया है। यह टूर्नामेंट इसी महीने के अंत में पाकिस्तान में होना है।
दृष्टिहीन टीम को मिली अनुमति
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय ने इस विश्व कप के लिए भारतीय ब्लाइंड़ क्रिकेट टीम को अपनी अनुमति दे दी है। यह टूर्नामेंट 23 नवंबर से 3 दिसंबर तक पाकिस्तान में खेला जाना है। हालांकि, खेल मंत्रालय की एनओसी के बावजूद भारतीय टीम (Team India) का दौरा अभी पक्का नहीं है, क्योंकि उसे अभी भी गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अंतिम अनुमति नहीं मिली है। पिछले कई दिनों से टीम इन दोनों मंत्रालयों से अनुमति का इंतजार कर रही है, जिसके बाद ही वह इस टी20 विश्व कप में हिस्सा ले पाएगी।
क्या होगा फैसला?
ज्ञात हो कि ब्लाइंड क्रिकेट टीम को एनओसी देने का फैसला ऐसे समय में लिया गया है,जब टीम इंडिया (Team India) को चैंपियन ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान दौरे के लिए सरकार से इजाजत नहीं मिली है। ऐसे में यह देखना काफी अहम होगा कि सरकार दोनों टीमों के लिए एक जैसा फैसला लेती है या अलग-अलग फैसले सुनती है।
बीसीसीआई ने सरकार से पाकिस्तान दौरे पर जाने की इजाजत मांगी थी। लेकिन सरकार ने सुरक्षा और खराब संबंधों के चलते टीम को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया है। लेकिन ब्लाइंड टीम को एनओसी देने वाला खेल मंत्रालय पक्षपातपूर्ण नजर आ रहा है। हालांकि यह सब कहना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि ब्लाइंड टीम को गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से भी इजाजत नहीं मिली है।