क्रिकेट का प्रारूप कोई भी हो। Test,वनडे या फिर टी20 गेंदबाजी की शुरुआत तेज गेंदबाज ही करते आए हैं। स्पिन गेंदबाजों को ऐसा करने का मौका गिने-चुने मैचों में ही मिला है। ऐसे में विकेट लेने के मौके भी ज्यादातर तेज गेंदबाजों के पास ही रहते हैं। लेकिन, आज हम आपको इंग्लैंड में खेले गए उन टेस्ट मैचों के बारे में बताएंगे, जिनकी दोनों परियों में स्पिनर्स ने ही विकेट लेकर शुरुआत की। ये सभी टेस्ट मैच 2010 के बाद खेले गए।
इन तीन Test मैचों की दोनों परियों में स्पिनर्स ने लिए पहले विकेट
1. मोईन अली बनाम ऑस्ट्रेलिया (लॉर्ड्स, 2015)
2015 में ऑस्ट्रेलिया की टीम इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। जहां उन्हें 5 Test मैचों की सीरीज खेली जानी थी। सीरीज का दूसरा मैच लॉर्ड्स में खेला गया। जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और पहली पारी में 8 विकेट पर 566 रन बना दिए थे। यही नहीं दूसरी पारी 2 विकेट के नुकसान पर 254 रन बना दिए थे।
ऐसे में लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की पहली पारी 312 और दूसरी पारी सिर्फ 103 रन पर ही सिमट गई थी। जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 405 रनों से जीत दर्ज कर ली। आपको बता दें ऑस्ट्रेलिया की दोनों ही पारियों में पहला विकेट डेविड वार्नर का ही गिरा। वो भी इंग्लैंड के स्पिनर मोईन अली की गेंद पर और वो भी कैच आउट।
2. रविचंद्रन अश्विन बनाम इंग्लैंड (एजबस्टन, 2018)
बात 2018 की है जब भारतीय टीम इंग्लैंड के दौरे पर पांच Test मैचों की सीरीज खेलनी गई थी और पहला मैच एजबस्टन के मैदान पर खेला गया। जिसमें इंग्लैंड के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और पहली पारी में 287 रन बनाए थे। इसके बाद भारतीय टीम 274 रन पर ही पवेलियन लौट गई थी। जिसके बाद दूसरी पारी खेलते समय इंग्लैंड की टीम भारतीय गेंदबाजों के आगे सिर्फ 180 रन ही बना सकी।
इस छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम फिर से विदेशी धरती पर फेल हो गई और बेन स्टोक्स (4 विकेट) की अगुआई में इंग्लिश गेंदबाजों के सामने 162 रनों पर ही सिमट गई। जिससे उन्हें 31 रनों से हार का सामना करना पड़ा। वैसे आपको बता दें कि इस मैच में इंग्लैंड की तरफ से दोनों पारियों में पहला विकेट एलिस्टर कुक का गिरा। यह नहीं रविचंद्रन अश्विन ने दोनों ही पारियों में उन्हें बोल्ड किया था।
3. रविचंद्रन अश्विन बनाम न्यूजीलैंड (साउथेंपटन, 2021)
हाल में खत्म हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल Test मैच में भी रविचंद्रन अश्विन ने ऐसा ही कारनामा किया, जब उन्होंने न्यूजीलैंड टीम के सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम का विकेट मैच की दोनों ही पारियों में लिया। जिसमें से एक बार कैच आउट किया तो दूसरी बार स्टंप आउट। इस मैच में भी भारतीय टीम टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी और पहली पारी में 217 तो दूसरी पारी में सिर्फ 170 रनों पर ही सिमट गई।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम ने पहली पारी में 249 रन बनाए। ऐसे में उसे दूसरी पारी में जीत के लिए 139 रनों की जरूरत थी। जिसे उसने 8 विकेट शेष रहते हुए हासिल कर टूर्नामेंट जीत लिया। इस Test मैच के दो दिन तो पूरी तरह से ही बारिश में धुल गए थे। बावजूद इसके दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने आदमी साहस का परिचय दिया था।