Sourav Ganguly: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का भारतीय क्रिकेट में बड़ा योगदान रहा है. दादा के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने बड़ी से बड़ी टीमों के खिलाफ आंख से आंख मिलाकर बात करना और विदेशों में जीत हासिल करना सीखा था. क्रिकेट से संन्यास के बाद सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) कोलकाता क्रिकेट बोर्ड और फिर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इस दौरान क्रिकेट की बेहतरी के लिए उन्होंने बड़े कदम उठाए. हालांकि प्रिंस ऑफ कोलकाता प्रशासनिक जिम्मेदारियों से मुक्त हो चुके हैं इसलिए ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वे एकबार फिर से टीम इंडिया में एंट्री कर सकते हैं.
टीम इंडिया के कोच बन सकते हैं सौरव गांगुली
टीम इंडिया के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ हैं. सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का बतौर बीसीसीआई अध्यक्ष राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को भारतीय टीम का कोच बनाने में बड़ा योगदान रहा था लेकिन द वॉल अपनी कोचिंग में भारतीय टीम को अबतक कोई भी बड़ी सीरीज जितवाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं. एशिया कप और टी 20 विश्वकप 2022 में भारतीय टीम का प्रदर्शन बिल्कुल निराशाजनक रहा था. इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बाद एशिया कप और फिर वनडे विश्व कप है. अगर भारतीय क्रिकेट टीम इन सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहती है तो फिर अगले कोच के रुप में सौरव गांगुली की नियुक्ती हो सकती है.
क्या सौरव गांगुली के पास अनुभव है?
राहुल द्रविड़ भारतीय टीम का कोच बनने से पहले कई वर्ष तक अंडर 19 और इंडिया ए टीम की कोचिंग कर चुके थे और उनकी कोचिंग में अंडर 19 टीम ने विश्व कप जीता था. इसी वजह से उन्हें टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया था. सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के पास कोचिंग का इतना लंबा अनुभव नहीं है. गांगुली दिल्ली कैपिटल्स के साथ जरुर बतौर टीम निदेशक कुछ सीजन से जुड़े हैं. हालांकि क्रिकेट की समझ और अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में बतौर कप्तान और खिलाड़ी अनुभव को देखते हुए उन्हें कोच बनाया जा सकता है.
सौरव गांगुली का करियर
सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) भारतीय क्रिकेट इतिहास के सर्वाधिक सफल बल्लेबाजों और कप्तानों में से एक रहे हैं. गांगुली ने 113 टेस्ट मैचों की 188 पारियों में 16 शतक और 35 अर्धशतक लगाते हुए 42.18 की औसत से 7212 रन बनाए हैं. वहीं 311 वनडे मैचों की 300 पारियों में 22 शतक और 72 अर्धशतक लगाते हुए 40.73 की औसत से 11363 रन बनाए हैं. इसके अलावा उनके नाम टेस्ट में 32 और वनडे में 100 विकेट दर्ज हैं.