Sourav Ganguly: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) टीम के सफलतम कप्तानों में से एक रहे हैं. 2000 से लेकर 2005 तक टीम इंडिया की कप्तानी करने वाले इस दिग्गज ने इन पांच वर्षों में टीम को एक साधारण से असाधारण बनाया. टीम को लड़ना सिखाया, जीतना सिखाया. खासकर विदेशी जमीन पर सौरव गांगुली की कप्तानी में ही टीम इंडिया जीतान सीख पाई. लेकिन अपनी कप्तानी के आखिरी समय में गांगुली ने एक ऐसा फैसला लिया जिसने उनके करियर को तबाह कर दिया.
सौरव गांगुली का ये फैसला बना मुसीबत
2000 से 2005 पांच तक कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के साथ भारतीय टीम की सफलता में न्यूजीलैंड मूल के कोच जॉन राइट की भी अहम भूमिका रही. लेकिन 2005 में उन्होंने कोचिंग छोड़ दी. इसके बाद सौरव गांगुली बतौर कोच कम अनुभव रखने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल को टीम इंडिया के हेड कोच के रुप में लेकर आए. चैपल को हेड कोच बनाने में गांगुली की बड़ी भूमिका रही लेकिन जब चैपल कोच बने तो उन्होंने सबसे पहले गांगुली के खिलाफ की कार्यवायी की.
सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का निजी फॉर्म उन दिनों कुछ ठीक नहीं था बस फिर क्या था चैपल ने उन्हें कप्तानी और फिर टीम से ड्रॉप करवा दिया और राहुल द्रविड़ कप्तान बन गए. गांगुली तो टीम में फिर वापस आ गए लेकिन चैपल का बतौर कोच कार्यकाल काफी औसत रहा और 2007 विश्व कप में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद उनकी विदाई हो गई. अब उन्होंने एक बयान दिया है जिसके बाद वे सुर्खियों में हैं.
साधारण जिंदगी जी रहा हूँ
75 साल के ग्रेग चैपल (Greg Chappell) ने अपने हालिया बयान में कहा है कि, 'वे ये तो नहीं कह रहे हैं कि उनकी जिंदगी बहुत मुश्किल से गुजर रही है लेकिन हां हम ऐशो आराम वाली जिंदगी नहीं जी पा रहे हैं. मेरे कहने का तात्पर्य ये है कि आजकल के क्रिकेटर्स जिस लग्जरी लाइफ को जी रहे हैं, वो जिंदगी हम नहीं जी पा रहे हैं.' चैपल का ये बयान बताता है कि वे आर्थिक रुप से मौजूदा समय में मजबूत नहीं हैं.
48 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रहे
ग्रेग चैपल (Greg Chappell) ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे हैं. उन्होंने सर डॉन ब्रेडमेन के सर्वाधिक टेस्ट रन के रिकॉर्ड को तोड़ा था. 48 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करने वाले इस दिग्गज ने 1970 से 1984 के बीच 87 टेस्ट मैचों में 24 शतक और 31 अर्धशतक जड़ते हुए 7110 रन बनाए थे. उनका टॉप स्कोर 247 है. इसके अलावा 74 वनडे में 3 शतक और 14 अर्धशतक लगाते हुए 2331 रन भी उन्होंने बनाए थे. टेस्ट में 47 और वनडे में 72 विकेट चैपल के नाम दर्ज हैं.
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