भारत-इंग्लैंड (INDvsENG) के बीच जारी 3 मैचों की वनडे सीरीज के बीच सॉफ्ट सिग्नल (Soft signal) जैसे विवादित मुद्दे को लेकर हर बार उठ रहे सवालों पर विराम लगाते हुए अब बीसीसीआई (BCCI) ने अपना रूख स्पष्ट कर दिया है. दरअसल इस मसले को लेकर आए दिन मुकाबलों में क्रिकेट प्रेमियों की तरफ से सवाल उठाया जाता रहा है, जिससे बल्लेबाजों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
सॉफ्ट सिग्नल नियम अब मैच में नहीं होंगे लागू
भारतीय सरजमीं पर जारी सीरीज के खत्म होते ही 9 अप्रैल से आईपीएल 2021 (IPL 2021) की शुरूआत हो जाएगी, और उससे पहले ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस नियम को लेकर बड़ा फैसला करते हुए बल्लेबाजों के साथ क्रिकेट दर्शकों को भी खुशखबरी दी है. दरअसल सॉफ्ट सिग्नल (Soft signal) जैसे नियम को अब बीसीसीआई ने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग से हटाने का फैसला कर लिया है.
दिलचस्प बात तो यह है कि, अब तीसरे अंपायर (Third umpire) को यह अधिकार दिया गया है कि, वह मैदानी अंपायर के नो बॉल और शॉर्ट रन के फैसले को बदल सकेंगे. इस पूरे मसले पर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की तरफ से सभी फ्रेंचाइजियों को जानकारी दे दी गई है.
मैदानी अंपायर के फैसले बदल सकेगा थर्ड अंपायर
दरअसल स्पोर्ट्स स्टार के हवाले से आई जानकारी की माने तो पहले जब किसी बल्लेबाज से जुड़े फैसले को लेकर मैदानी अंपायर थर्ड अंपायर की तरफ इशारा करता था, तो उसे सॉफ्ट सिग्नल के तौर पर अपना फैसला देना होता था. यानी कि तीसरे अंपायार को खिलाड़ी को आउट या फिर नॉटआउट करार करना पड़ता था.
लेकिन मैदानी अंपायर की तरफ से दिए गए फैसले को बदलने के लिए तीसरे अंपायर को एक अहम तथ्य की आवश्यकता पड़ती थी, लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिलने पर मैदानी अंपायर के निर्णय को ही थर्ड अंपायर मानते हुए अपना फैसला सुनाता था. हालांकि बीसीसीआई (BCCI) की ओर जारी किए गए निर्देश के बाद 9 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल सीजन में अब सॉफ्ट सिग्नल (Soft signal) जैसे कोई फैसले नहीं लिए जाएंगे.
रिप्ले देखने के बाद खुद थर्ड अंपायर ले सकेगा अपना फैसला
ऐसे में अब रिप्ले के बाद ही तीसरा अंपायर खुद बल्लेबाज को लेकर अपना फैसला सुनाएगा. दरअसल भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में खेली गई 5 मैचों की टी-20 सीरीज (T-20 Series) में उस वक्त विवाद खड़ा हो गया था, जब इस श्रृंखला के चौथे मुकाबले में सूर्यकुमार यादव और वॉशिंगटन सुंदर को सॉफ्ट सिग्नल (Soft signal) तरीके से आउट करार दिया गया था.
इसके बाद लोगों ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए थे. यहां तक कि, इस मसले को लेकर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने भी अपनी नाराजगी जताई थी और नियम बनाने वालों से इस पर ध्यान देने की बात कही थी. ऐसे में गुरुवार को जब आईसीसी बोर्ड की मीटिंग हुई, तो उसमें बीसीसीआई के सचिव जय शाह (Jai saha) के साथ ही बाकी सदस्यों की ओर से भी ये बात रखी गई थी कि सॉफ्ट सिग्नल के नियम में बदलाव किए जाने की जरूरत है.
90 मिनट के ही अंदर टीम को पूरे करने होंगे 20 ओवर
फिलहाल इसके साथ ही मैच को लेकर भी कुछ नियमों में बदलाव किया गया है. दरअसल टी-20 मुकाबले में पहले 20वें ओवर की शुरूआत 90वें मिनट या फिर उससे पहले होती थी. लेकिन अब इसे लेकर जारी किए गए नए नियम के मुताबिक 90 मिनट के ही अंदर हर टीम को अपने 20 ओवर पूरे करने होंगे.
ऐसा फैसला इस वजह से किया गया है, क्योंकि कई बार मैच 4 घंटे से ज्यादा समय तक चला जाता था. टीमें 20 ओवर फेंकने के लिए ज्यादा वक्त ले लेती थीं. लेकिन अब ऐसी गलती हुई तो, उन पर जुर्माना भी लगाने का नियम बनाया गया है.